क्या मोदी सरकार के फैसले से किसान खुश हैं? एमएसपी बढ़ोतरी को ऐतिहासिक क्यों कहा जा रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- मोदी सरकार द्वारा एमएसपी में बढ़ोतरी को ऐतिहासिक माना जा रहा है।
- किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।
- कई सरकारी योजनाएं किसानों की सहायता के लिए मौजूद हैं।
- किसान इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं।
- यह कदम कृषि क्षेत्र में स्थिरता लाने में सहायक होगा।
गुना, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मोदी सरकार ने देश के किसानों के लिए नवरात्रि में एक महत्वपूर्ण उपहार दिया है। रबी सीजन 2026-27 के लिए किसानों को गेहूं, चना और सरसों पर एमएसपी में बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया है।
मध्य प्रदेश के गुना में किसानों ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया। उनका कहना है कि इससे अन्नदाता आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगे।
किसान भवानी शंकर शर्मा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा किसानों के हितों का ध्यान रखा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पीएम मोदी भविष्य में भी इसी तरह किसान हित में काम करेंगे। एमएसपी में बढ़ोतरी निश्चित रूप से अन्नदाता के लिए लाभकारी साबित होगी। किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं भी किसान को सशक्त बनाने के लिए चलाई जा रही हैं। एमएसपी में वृद्धि से आने वाले समय में किसानों को बहुत लाभ होने की संभावना है। पीएम मोदी दूरदर्शी सोच वाले नेता हैं। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हमें ऐसे कर्मठ और ईमानदार पीएम मिले हैं जो लोक कल्याण के लिए कार्यरत हैं।
किसान नर्मदा शंकर भार्गव ने कहा कि मोदी सरकार हर वर्ष एमएसपी की दरों में बढ़ोतरी कर रही है। सरकार अन्नदाता को फसलों की लागत से दोगुना लाभ देने की योजना पर कार्य कर रही है। इसलिए मैं प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देता हूं। उन्होंने बताया कि पूर्व की सरकारों ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया।
किसान रमेश मालवीय ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान की आय को दोगुना करने के लिए एमएसपी में वृद्धि की है। यदि किसान प्रगति करेगा, तो हमारा विकसित भारत का सपना अवश्य साकार होगा। सरकार कई योजनाएं चला रही है, जो किसानों को उन्नत खेती करने में सहायक हैं। एमएसपी की दरों में बढ़ोतरी का यह निर्णय ऐतिहासिक है।