क्या पंजाब पुलिस ने मोगा में अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- मोगा पुलिस ने 3 किलो अफीम के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तारी पंजाब पुलिस की नशे के खिलाफ मुहिम का हिस्सा है।
- पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया।
- पंजाब पुलिस का ड्रग माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का दावा।
- नशा तस्करी से युवाओं को सुरक्षित रखने की कोशिश।
मोगा, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नशे के खिलाफ पंजाब पुलिस के अभियान को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। मोगा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 3 किलो अफीम और एक कार सहित दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है।
डीएसपी सिटी गुरप्रीत सिंह ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा चलाई जा रही युद्ध नशे के विरुद्ध मुहिम के तहत थाना सिटी पुलिस ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने गांव धलेके रोड लोहारा के पास से एक वेन्यू कार को रोका और तलाशी के दौरान उसमें से 3 किलो अफीम बरामद की।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान केवल सिंह और अर्शदीप सिंह के रूप में हुई। दोनों लुधियाना के निवासी हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेकर आगे की जांच की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब मोगा पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इसके पहले, 11 अक्टूबर को मोगा पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस ऑपरेशन में पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 5 किलो हेरोइन बरामद की थी। जांच में यह सामने आया कि ये तस्कर विदेशी ड्रग नेटवर्क से सीधे जुड़े हुए थे और संगठित तरीके से तस्करी का कारोबार चला रहे थे।
इसके अलावा, 4 अक्टूबर को मोगा पुलिस ने तीन नशा तस्करों को 150 ग्राम हेरोइन, एक पिस्तौल और चार जिंदा राउंड के साथ गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई कोट ई सेखा पुलिस ने एएसआई रघुविंदर प्रसाद के नेतृत्व में की थी। आरोपियों की पहचान अर्शदीप सिंह उर्फ गग्गर, अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श और बीर दविंदर सिंह उर्फ बत्ता, सभी निवासी तरनतारन जिला, के रूप में हुई थी।
पंजाब पुलिस का कहना है कि नशा तस्करी को समाप्त करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुलिस ने एक बार फिर दोहराया कि ड्रग माफिया और तस्करों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी ताकि पंजाब के युवाओं को नशे के जाल से मुक्त किया जा सके।