क्या मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छठ पर्व मनाया और उषा अर्घ्य दिया?
सारांश
Key Takeaways
- छठ पूजा का आयोजन चार दिनों तक होता है।
- मुख्यमंत्री ने उषा अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन किया।
- यह पर्व परिवार की सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाता है।
- मुख्यमंत्री ने मिथिलांचल घाट बनाने की घोषणा की है।
- छठ पूजा में 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा जाता है।
उज्जैन, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छठ पूजा के चौथे दिन, लोगों ने मंगलवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इसी के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास भी समाप्त हुआ। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छठ पूजा के अंतिम दिन पूजा की रस्मों में भाग लिया और उगते सूर्य को 'उषा अर्घ्य' अर्पित किया।
इस दिन व्रति महिलाएं जल में डुबकी लगाकर उगते सूर्य को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की दीर्घायु और जीवन में ऊर्जा की कामना करती हैं। मंगलवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ पूजा का समापन किया गया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "पूरे देश में छठी मैया का उत्सव मनाया जा रहा है। मैं छठ मैया के इस पावन अवसर पर पूर्वांचल के सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। हमारी माताएं और बहनें कई दिनों तक कठोर उपवास रखती हैं, यह त्योहार उनके परिवारों की भलाई और हमारी सनातन संस्कृति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए है।"
उन्होंने कहा कि हमने इस छठ उत्सव को कल इंदौर में और आज उज्जैन में मनाया। बिहार से हमारा बहुत पुराना और अच्छा रिश्ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में निरंतर विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बिहार का विकास तेजी से हो रहा है। प्रधानमंत्री ने बिहार के सीतामढ़ी में मां सीता की जन्मभूमि के लिए बड़ा प्रोजेक्ट शुरू किया है।
मोहन यादव ने यह भी बताया कि हमने मिथिलांचल घाट बनाने की घोषणा की है, जो जल्द ही तैयार होगा। इसके साथ ही हमने इंदौर में कई तालाबों की योजना बनाई है। मध्य प्रदेश में जहां-जहां पूर्वांचल के लोग रहते हैं, छठ पर्व के लिए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।