क्या मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित?

सारांश
Key Takeaways
- मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया जाएगा।
- यह पुरस्कार 23 सितंबर को दिया जाएगा।
- मोहनलाल ने 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है।
- उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं।
- उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें भारतीय सिनेमा में एक विशेष स्थान दिलाया है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शनिवार को यह घोषणा की है कि मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया जाएगा। इस बात की जानकारी मंत्रालय ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर साझा की। मोहनलाल को यह पुरस्कार 23 सितंबर को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
मंत्रालय ने अपनी पोस्ट में लिखा, “भारत सरकार को दादा साहब फाल्के पुरस्कार चयन समिति की सिफारिश पर यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मोहनलाल को वर्ष 2023 का प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलेगा। मोहनलाल की अद्वितीय सिनेमाई यात्रा ने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है। इस महान अभिनेता, निर्देशक और निर्माता को भारतीय सिनेमा में उनके अनुपम योगदान के लिए सम्मानित किया जा रहा है। उनकी बहुआयामी प्रतिभा और समर्पण ने भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक नया मापदंड स्थापित किया है। यह पुरस्कार 23 सितंबर को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दिया जाएगा।”
घोषणा के बाद से मोहनलाल के प्रशंसक उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई दे रहे हैं।
पिछले वर्ष मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मोहनलाल, जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता है, साढ़े चार दशकों से ज्यादा समय से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं। उनकी प्रतिभा मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में देखी जा सकती है। उन्होंने अपने करियर में 400 से अधिक किरदार निभाए हैं और प्रत्येक भूमिका ने अपनी छाप छोड़ी है।
21 मई 1960 को केरल में जन्मे मोहनलाल ने अपने करियर की शुरुआत 1978 में फिल्म ‘थिरानोत्तम’ से की थी और तब से अब तक उन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है।
मोहनलाल को उनके योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें पद्मश्री (2001) और पद्मभूषण (2019) शामिल हैं। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से लालजी कहते हैं। 2009 में, मोहनलाल पहले अभिनेता बने जिन्हें प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक से सम्मानित किया गया।