क्या मध्य प्रदेश में युवक की मौत के बाद परिजनों ने हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन किया?
सारांश
Key Takeaways
- जय सिंह तोमर की मौत के बाद परिवार का प्रदर्शन
- आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
- स्थानीय प्रशासन द्वारा मुआवजे का आश्वासन
- पुलिस की जांच जारी
- सामाजिक विवादों की गंभीरता
भोपाल, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक २५ वर्षीय युवक की मौत के बाद तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया है। मृतक के परिवार ने अपने शव को हाईवे पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे यातायात कई घंटों तक बाधित रहा।
मृतक की पहचान जय सिंह तोमर के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, जय सिंह तोमर को १० नवंबर को एक जानलेवा हमले के बाद ग्वालियर के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले का मुख्य आरोपी पूर्व ग्राम सरपंच रामकरण सिंह तोमर है।
जय सिंह की मौत से भड़के परिजनों ने सड़क पर उनका शव रखकर रास्ता जाम कर दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। परिजनों की मांग थी कि आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए।
इस दौरान पुलिस-प्रशासन ने मिलकर विरोध प्रदर्शन को शांत करने की कोशिश की, लेकिन मृतक के परिजनों ने उनकी बात सुनने से साफ इनकार कर दिया। तभी बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने परिजनों को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजनों ने जाम हटाया।
एसडीओपी रवि भदौरिया ने पुष्टि की कि यह हमला एक स्थानीय स्कूल में हुए विवाद के कारण हुआ था।
भदौरिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरोपियों पर हत्या और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें कार्यरत हैं। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं, मृतक के परिवार का आरोप है कि जय सिंह को जान से मारने की धमकियां मिली थीं और उन्होंने अंबाह थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन उनका दावा है कि पुलिस ने उनकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया।
एसडीएम रामनिवास सिकरवार ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रशासन ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया है और परिवार की सभी मांगें मान ली हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हम आरोपियों के खिलाफ जमीन पर अतिक्रमण के आरोपों की भी जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।