क्या मॉस्को में कार बम धमाके से रूसी सेना के शीर्ष अधिकारी की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- फानिल सरवारोव की मौत से रूसी सेना में शोक का माहौल है।
- यह घटना रूसी आपराधिक संहिता के तहत एक गंभीर मामला है।
- जांचकर्ताओं ने अलग-अलग पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया है।
- यूक्रेन पर संदेह से स्थिति और भी जटिल हो गई है।
- सरवारोव का सैन्य करियर प्रभावशाली रहा है।
मास्को, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूसी जांच समिति के अनुसार, सोमवार को मॉस्को में एक कार बम धमाके में आर्मी ऑपरेशनल ट्रेनिंग निदेशालय के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की मृत्यु हो गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि सरवारोव की किआ सोरेंटो कार के नीचे एक विस्फोटक उपकरण रखा गया था।
रूसी जांच समिति की प्रवक्ता स्वेतलाना पेट्रेंको ने समाचार एजेंसी तास को बताया।
पेट्रेंको ने कहा, "प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 22 दिसंबर की सुबह, मॉस्को की यासेनेवाया स्ट्रीट पर एक कार के नीचे रखा विस्फोटक सक्रिय हो गया। जनरल स्टाफ के ऑपरेशनल ट्रेनिंग निदेशालय के प्रमुख फानिल सरवारोव इसमें सवार थे, जो धमाके में घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई।"
प्रवक्ता के अनुसार, मॉस्को के मुख्य जांच निदेशालय ने रूसी आपराधिक संहिता की धारा 105 के भाग 2 (सामाजिक रूप से खतरनाक तरीके से की गई हत्या) और धारा 222.1 (विस्फोटकों की अवैध तस्करी) के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया है।
उन्होंने यह भी बताया कि जांचकर्ता हत्या के संभावित कारणों पर विभिन्न दृष्टिकोणों से काम कर रहे हैं। उनमें से एक यूक्रेन से संबंधित है। यह संदेह है कि यह धमाका यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसियों की साजिश हो सकता है।
फानिल सरवारोव का जन्म 11 मार्च, 1969 को रूस के पर्म क्षेत्र के ग्रेम्याचिंस्क में हुआ था। उन्होंने अपने सैन्य करियर के दौरान मुख्य कमांड पदों पर कार्य किया।
2015-2016 में, उन्होंने सीरिया में सैन्य अभियानों की योजना और निष्पादन से संबंधित कार्य किए। 2016 में, उन्हें जनरल स्टाफ के ऑपरेशनल ट्रेनिंग निदेशालय का प्रमुख नियुक्त किया गया था। आउटलेट 'प्रोजेक्ट' के अनुसार, सरवारोव ने पहले ओसेशियन-इंगुश संघर्ष, दोनों चेचन युद्धों और सीरिया में रूस के सैन्य ऑपरेशन में भाग लिया था, और बाद में यूक्रेन युद्ध में भी सेवा दी थी।
सरवारोव को 'ऑर्डर ऑफ करेज', 'सुवोरोव मेडल' और 'ऑर्डर ऑफ मेरिट टू द फादरलैंड' से सम्मानित किया गया था।
धमाके की जानकारी सबसे पहले टेलीग्राम चैनल बाजा, शॉट और मैश पर आई थी। बाद में तास की एक रिपोर्ट में भी इमरजेंसी सर्विस के एक स्रोत के हवाले से इसका उल्लेख किया गया था।