क्या मोतिहारी में बापू के प्रपौत्र के साथ दुर्व्यवहार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- महात्मा गांधी की कर्मभूमि में विवाद हुआ।
- तुषार गांधी ने पदयात्रा की शुरुआत की।
- मुखिया की नाराजगी ने कार्यक्रम को प्रभावित किया।
- समर्थन जुटाने का उद्देश्य है।
- दुर्व्यवहार की घटना पर तुषार का स्पष्ट रुख।
मोतिहारी, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महात्मा गांधी की कर्मभूमि मोतिहारी में उनके प्रपौत्र तुषार गांधी के साथ दुर्व्यवहार की एक घटना सामने आई है। इस स्थिति के कारण उन्हें कार्यक्रम स्थल से वापस लौटना पड़ा। इस दौरान बीच-बचाव की भी गतिविधियाँ देखने को मिलीं।
तुषार गांधी ने 12 जुलाई को भितिहरवा आश्रम से एक पदयात्रा की शुरुआत की थी। इस यात्रा के दौरान तुषार गांधी तुरकौलिया पहुँचे, जहाँ स्थानीय मुखिया विनय साह द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। पंचायत भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में आम लोगों के बीच कई गणमान्य व्यक्ति अपने विचार रख रहे थे। इसी दौरान, तुषार गांधी के साथ चल रहे एक व्यक्ति ने जब नीतीश सरकार को बदलने की बात कही, तो मुखिया भड़क उठे।
मुखिया ने तुषार गांधी पर कई आरोप लगाए, कहा कि बिहार और केंद्र सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है और आप लोग उसकी आलोचना कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। इस बीच, कुछ स्थानीय लोग मुखिया विनय साह को समझाने का प्रयास करते हुए भी नजर आए। इसके बाद मामला शांत हुआ।
मीडिया से बातचीत करते हुए तुषार गांधी ने कहा, "भितिहरवा आश्रम से इस यात्रा की शुरुआत की है। आज मोतिहारी पहुँचे हैं। हम 19 जुलाई तक विभिन्न प्रमंडलों में और आठ जिलों में यात्रा करेंगे। हमारा उद्देश्य महागठबंधन के लिए समर्थन जुटाना है।"
उन्होंने घटना के संबंध में बताया कि तुरकौलिया गाँव में मुझे बुलाया गया था। कार्यक्रम के दौरान मुखिया नाराज हो गए और उन्होंने मुझसे दुर्व्यवहार किया तथा मेरी धरोहर पर भी प्रश्न उठाए, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूँ।