क्या मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी पर तंज कसा?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- राजनीतिक संवाद में आरोप-प्रत्यारोप का चलन जारी है।
- भ्रष्टाचार और पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार पर भी चर्चा हुई।
- राजनीतिक दलों को एक-दूसरे के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए।
- संघ और कांग्रेस के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा छठ पूजा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जोरदार जवाब दिया है। नकवी ने राहुल गांधी को ‘घमंडिया घराने का घोंचू’ बताया है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा नेता ने कहा कि यह घमंडिया घराने के एक घोंचू का मामला है। यह उनकी भाषा है। यह उनका रिवाज और मिजाज है, जो गरीबों और पिछड़ों का नाच देखने के आदी रहे हैं। उनकी इस तरह की बोलचाल इस बात का प्रतीक है कि इनकी रस्सी जल गई है, लेकिन बल नहीं गया।
नकवी ने कहा कि आज भी राहुल गांधी यह बात पचा नहीं पा रहे हैं कि एक गरीब परिवार से आने वाले शख्स (पीएम मोदी) निरंतरता के साथ कैसे सुशासन के सफर को बढ़ा रहे हैं और देश की धाक को मजबूत कर रहे हैं। राहुल गांधी को लेकर नकवी ने कहा कि घर के चिराग से घर को आग लग गई है। कांग्रेस पार्टी खुद को कभी मुल्क की पार्टी कहती थी और आज मोहल्ले तक सीमित रह गई है।
तमिलनाडु में भ्रष्टाचार पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इन लोगों को जब भी मौका मिलता है, वे करप्शन के कॉम्पिटिशन में लग जाते हैं और चैंपियन बनने की कोशिश करते हैं। यही बात फिर से तमिलनाडु में सामने आई है।
कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा आरएसएस को नोटिस भेजने पर नकवी ने कहा कि देखिए, आप संघ को नोटिस दो, प्रतिबंध लगाओ। बहुत कुछ हो चुका है। संघ के खिलाफ पूर्व में भी दुष्प्रचार हुए हैं। आरएसएस आज दुनिया के सबसे बड़े संगठन के तौर पर उभरकर सामने आया है। कांग्रेस संघ से नफरत को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने सलाह दी है कि अगर संघ को लेकर कोई गलतफहमी है तो शाखा में जाकर ज्ञान लेना चाहिए ताकि दिमाग में नफरत का बीज ठीक हो जाए।