क्या मुंबई भाजपा ने बीएमसी चुनावों के लिए ‘वॉर रूम’ और इलेक्शन ऑफिस का उद्घाटन किया?
सारांश
Key Takeaways
- बीएमसी चुनावों के लिए भाजपा ने वॉर रूम खोला।
- मतदान की तारीख 15 जनवरी 2026 है।
- महाविकास आघाड़ी को हाल में चुनावों में हार का सामना करना पड़ा।
मुंबई, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 15 जनवरी 2026 को मतदान और 16 जनवरीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी तैयारियों को और मजबूती दी है। मुंबई भाजपा ने अपना ‘वॉर रूम’ और ‘इलेक्शन ऑफिस’ का उद्घाटन किया, जो पार्टी के चुनाव अभियान का कमांड सेंटर बनेगा।
इस उद्घाटन समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, मुंबई उपनगरीय संरक्षक मंत्री तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री आशीष शेलार और मुंबई भाजपा अध्यक्ष विधायक अमित सातम मुख्य रूप से उपस्थित थे। इसके बाद मुंबई भाजपा चुनाव समन्वय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए।
मुंबई भाजपा अध्यक्ष अमित सातम ने कहा, "वॉर रूम डेटा एनालिसिस, फीडबैक संग्रह, सूचना विश्लेषण और मॉनिटरिंग का केंद्र होगा। वार्ड स्तर के कार्यकर्ताओं से लगातार फीडबैक लिया जाएगा और उसे मैदान में उतरे कार्यकर्ताओं तक पहुंचाया जाएगा। यह वॉर रूम मतगणना तक यानी लगभग 25 दिनों तक मुंबई में पार्टी का कमांड एंड कंट्रोल सेंटर रहेगा।"
सातम ने हाल के नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की करारी हार का जिक्र करते हुए शिवसेना (यूबीटी) पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “नगर परिषद चुनावों के नतीजों से यूबीटी गुट को समझ आ गया होगा कि बेमेल गठबंधन के क्या परिणाम होते हैं। ये नतीजे जनता का भाजपा और महायुति के लिए आशीर्वाद हैं। मुंबई में लोग 150 से अधिक भाजपा पार्षद चुनेंगे और महायुति का मेयर बीएमसी की कमान संभालेगा।"
हाल के स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति की प्रचंड जीत ने भाजपा का मनोबल बढ़ाया है। राज्य भर में 288 नगर परिषदों और पंचायतों में महायुति ने 217 से अधिक सीटें जीतीं, जबकि एमवीए महज 50 के आसपास सिमट गई।
बता दें कि स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद एनडीए कार्यकर्ताओं में उत्साह है। भाजपा का लक्ष्य मुंबई नगर निगम पर कब्जा जमाना है, जहां पिछले तीन दशकों से शिवसेना (अब यूबीटी) का दबदबा रहा है।