क्या मुंबई क्राइम ब्रांच ने हथियारों के साथ पांच शूटरों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांच शूटरों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तार लोगों के पास से हथियार बरामद किए गए।
- ये लोग हरियाणा से मुंबई आए थे।
- पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
- गिरफ्तार लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मुंबई, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए मुंबई के कॉटन ग्रीन स्टेशन के निकट से पांच संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से हथियार बरामद किए गए हैं।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये सभी लोग हरियाणा से मुंबई आए थे। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से 50 जिंदा कारतूस और 4 पिस्तौल बरामद की हैं। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या ये लोग किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए मुंबई आए थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सन्नी नरेश कुमार, रवि अंग्रेज, राहुल पृथ्वी सिंह, अनुज कुलदीप कुमार और आदित्य योगेश कौशिक के रूप में की गई है।
खुफिया जानकारी के आधार पर मुंबई क्राइम ब्रांच ने यह कार्रवाई की। पुलिस अब इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है यह जानने के लिए कि उन्हें मुंबई में हथियार किसने भेजा था और उनका क्या उद्देश्य था?
पुलिस को संदेह है कि ये लोग किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के इरादे से मुंबई आए थे, और उनके पास मिले हथियार तथा जिंदा कारतूस इस बात को साबित करते हैं। पुलिस अब इन लोगों की क्राइम कुंडली का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है और हरियाणा पुलिस से संपर्क किया जा रहा है।
जब मुंबई क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों को पकड़ा, तब अधिकारियों ने उनसे पूछा, "क्या तुम्हारे पास जो पिस्तौल है, उसका लाइसेंस है?" तो आरोपियों ने कहा, "नहीं।" इस पर पुलिस ने पूछा, "अगर लाइसेंस नहीं है तो तुम हथियार किस काम के लिए लाए हो?" पूछने पर एक आरोपी ने बताया कि वह इसे बेचना चाहता था। हालांकि, उसके बयान के बाद भी मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
मुंबई के कालाचौकी पुलिस स्टेशन में इन सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 8 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। फिलहाल, मुंबई पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों का आर्म्स डीलिंग से क्या संबंध है और वे किसके लिए काम कर रहे थे।