क्या मुंबई के लालबागचा राजा के विसर्जन में चोरी की वारदातें बढ़ गईं?

सारांश
Key Takeaways
- लालबागचा राजा के विसर्जन में लाखों भक्त शामिल हुए।
- चोरी की घटनाओं में 100 से अधिक मोबाइल चोरी हुए।
- पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
- भक्तों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
मुंबई, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गणेशोत्सव का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध जुलूस लालबागचा राजा के विसर्जन के दौरान इस साल भी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। लगभग 32 से 35 घंटे तक चलने वाले इस भव्य जुलूस में भक्त अपने प्रिय गणपति के अंतिम दर्शन के लिए लालबाग से गिरगांव चौपाटी तक पैदल यात्रा करते रहे। हालांकि, श्रद्धा और भक्ति के इस वातावरण में जेबकतरों और स्नैचरों ने भीड़ का लाभ उठाया और बड़ी संख्या में भक्त चोरी का शिकार हो गए।
मुंबई पुलिस के अनुसार, इस वर्ष जुलूस के दौरान 100 से अधिक मोबाइल चोरी की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। कालाचौकी पुलिस थाने के बाहर शिकायत दर्ज कराने के लिए भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं। अब तक 10 मामले आधिकारिक तौर पर दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 4 चोरी हुए फोन पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने इस संबंध में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मोबाइल चोरी के साथ-साथ सोने की चेन चोरी के भी कई मामले सामने आए हैं। पुलिस ने बताया कि अब तक 7 केस दर्ज किए गए हैं। इनमें से 2 सोने की चेन बरामद कर ली गई हैं, जबकि 12 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
इसी बीच, मुंबई की भोईवाड़ा पुलिस ने विसर्जन जुलूस के दौरान ड्रोन के इस्तेमाल से जुड़े मामलों में भी केस दर्ज किए हैं। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
हर साल की तरह, इस बार भी लालबाग और आसपास के क्षेत्रों में संगठित गिरोह सक्रिय रहे। भीड़भाड़ में सैकड़ों भक्त उनकी चालों का शिकार हुए। पुलिस की कड़ी तैनाती और सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद इन घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गणेशोत्सव के दौरान कड़ी सुरक्षा और पुलिस तैनाती के बावजूद, इन घटनाओं ने गंभीर चिंताएं उत्पन्न की हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और ऐसे भीड़-भाड़ वाले धार्मिक आयोजनों में शामिल होने के दौरान अपने मोबाइल फोन, आभूषण और कीमती सामान सुरक्षित रखें।
लालबागचा राजा के विसर्जन के दौरान हुई चोरियों ने न केवल कई भक्तों के उत्सव के उत्साह को कम किया, बल्कि पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती पेश की। हालांकि, पुलिस कुछ मामलों को तेजी से सुलझाने में सफल रही है।