क्या मुरादाबाद में अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- अवैध हथियारों की तस्करी की समस्या गंभीर है।
- पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है।
- आसपास के जिलों में सुरक्षा की चिंता बढ़ी है।
- सामाजिक सहयोग से इस पर अंकुश लगाया जा सकता है।
- आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी से स्थिति में सुधार हो सकता है।
मुरादाबाद, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के थाना पाकबड़ा पुलिस ने अवैध असलहा तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस ने एक अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए मौके से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही, भारी मात्रा में बने और अधबने तमंचों के साथ हथियार बनाने का सामान भी बरामद किया गया है।
थाना पाकबड़ा पुलिस और सीओ हाइवे की टीम ने मिलकर इस फैक्ट्री पर छापेमारी की। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक खंडहरनुमा मकान में अवैध हथियार बनाने का कार्य चल रहा है। टीम ने दबिश दी और मौके से 8 बने हुए तमंचे, 9 अधबने तमंचे, और हथियार बनाने का उपकरण बरामद किया।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम सरकार हुसैन और जेहरुल हैं। प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे पिछले 4-5 महीनों से इस व्यवसाय में शामिल थे और आसपास के जिलों में तमंचों की सप्लाई करते थे। पुलिस के अनुसार, आरोपी 2 से 5 हजार रुपए में एक तमंचा बेचते थे।
मुरादाबाद के एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि इस संयुक्त कार्रवाई में एक अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है और इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान सरकार हुसैन और जेहरुल के रूप में हुई है।
एसपी सिटी ने आगे बताया कि यह कार्रवाई मुखबिरों की सूचना पर की गई। पुलिस ने 8 तैयार तमंचे, 9 अधबने तमंचे, और हथियार बनाने के कई सामान बरामद किए। पूछताछ में कई अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं, जिन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपियों ने बताया कि वे पिछले 4-5 महीनों से तमंचे बना रहे थे और इन्हें आसपास के जिलों में 2 हजार से 5 हजार रुपए तक में बेचते थे।