क्या नाना पटोले को महाराष्ट्र के किसानों की आवाज उठाने की मिली सजा?

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क्या नाना पटोले को महाराष्ट्र के किसानों की आवाज उठाने की मिली सजा?

सारांश

कांग्रेस विधायक नाना पटोले का एक दिन के लिए निलंबन महाराष्ट्र विधानसभा में विवाद का कारण बन गया है। विरोध में कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया। क्या यह किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष को और बढ़ाएगा? जानें पूरी खबर में।

Key Takeaways

  • नाना पटोले का निलंबन किसानों के मुद्दों पर उठाए गए सवालों का नतीजा है।
  • कांग्रेस ने विरोध में सदन से वॉकआउट किया।
  • अमीन पटेल ने किसानों के हक के लिए संघर्ष जारी रखने का आश्वासन दिया।
  • बीएमसी चुनाव में कांग्रेस का मजबूत प्रदर्शन करने का इरादा है।
  • कांग्रेस अल्पसंख्यकों और सभी वर्गों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

मुंबई, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस विधायक नाना पटोले को महाराष्ट्र विधानसभा से एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। नाना पटोले ने शक्तिपीठ महामार्ग और किसानों के मुद्दों को लेकर स्पीकर के पास रखे राजदंड को छुआ था। इसी वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।

इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कांग्रेस के विधायकों ने एक दिन के लिए सदन से वॉकआउट करने का निर्णय लिया। कांग्रेस विधायक अमीन पटेल ने कहा, “नाना पटोले ने महाराष्ट्र के किसानों की आवाज उठाई और अगर किसानों की बात करने पर सरकार उन्हें सजा देती है, तो हम इसके लिए तैयार हैं। आज राज्य का किसान संकट में है। कर्जमाफी नहीं हो रही है, उन्हें राहत नहीं मिल रही है। सरकार किसानों की मदद करने के बजाय नाना पटोले को नीचा दिखाने का काम कर रही है। माफी मांगने के बजाय उन्हें निलंबित कर दिया गया। हम उनके समर्थन में एक दिन के लिए सदन से वॉकआउट कर रहे हैं। यदि सरकार किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए हमें दंडित करना चाहती है, तो हम उसका सामना करने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएगी और किसानों के हक के लिए संघर्ष जारी रखेगी।”

इस बीच, अमीन पटेल ने मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बार बीएमसी चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरेगी और अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। हम पूरी तरह से सक्षम और तैयार हैं। कांग्रेस मजबूती से मैदान में होगी और मुंबई की जनता के लिए काम करेगी।

वहीं, बिहार में वक्फ कानून को लेकर चल रहे विरोध-प्रदर्शनों पर भी अमीन पटेल ने अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम शुरू से ही इस कानून का विरोध कर रहे हैं। हमने इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट में उठाया है और हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। हमें उम्मीद है कि वहां से हमें न्याय मिलेगा। कांग्रेस अल्पसंख्यकों और सभी वर्गों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”

आपको बता दें, नाना पटोले के निलंबन ने महाराष्ट्र की सियासत में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार किसानों और आम लोगों के मुद्दों को दबाने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, सत्तारूढ़ दल का कहना है कि विधानसभा की मर्यादा का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि नाना पटोले का निलंबन केवल एक व्यक्ति की सजा नहीं है, बल्कि यह पूरे किसान समुदाय की आवाज को दबाने का प्रयास है। सरकार को चाहिए कि वह किसानों के मुद्दों को गंभीरता से ले और उनके हक के लिए कदम उठाए।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

नाना पटोले को क्यों सस्पेंड किया गया?
उनका सस्पेंशन विधानसभा में किसानों के मुद्दों को उठाने के कारण हुआ।
कांग्रेस ने इस कार्रवाई का विरोध क्यों किया?
कांग्रेस का कहना है कि यह किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश है।
अमीन पटेल ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि नाना पटोले किसानों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।
क्या कांग्रेस बीएमसी चुनाव में भाग लेगी?
हाँ, कांग्रेस बीएमसी चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरेगी।
वक्फ कानून पर अमीन पटेल की राय क्या है?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस कानून का विरोध कर रही है और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।