क्या नांगल में जंगली जानवर का शिकार करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- जंगली जानवरों का शिकार एक गंभीर अपराध है।
- जंगली जीवों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून हैं।
- आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
- जंगली जीव सुरक्षा विभाग की कार्रवाई महत्वपूर्ण है।
- समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
नांगल, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के नांगल में 26 दिसंबर को एनएफएल अस्पताल के पीछे के जंगलों में जंगली जानवर का शिकार करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से शिकार के लिए कई हथियार भी बरामद किए गए।
रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी मादा सांभर का शिकार कर रहा था। उसे ओमप्रकाश के नाम से जाना जाता है, और जंगली जीव सुरक्षा विभाग की टीम ने उसे पकड़ा। टीम ने दावा किया है कि उसके पास से दो बारूदी गोले और चाकू-छुरे भी बरामद किए गए हैं।
जंगली जीव सुरक्षा विभाग के रेंज अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी को नंगलकोट में पेश किया गया, जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। रेंज अधिकारी राजदविंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि की। हालांकि, ओमप्रकाश ने दावा किया कि उसे बिना वजह फंसाया जा रहा है।
26 दिसंबर को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। जंगली जीव सुरक्षा विभाग को सूचना मिली कि एनएफएल अस्पताल के पीछे एक जंगली जानवर गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा है। जब टीम मौके पर पहुंची, तो पाया कि मादा सांभर बुरी तरह घायल थी और उसकी मौत हो चुकी थी।
वन विभाग के अधिकारियों ने देखा कि सांभर बारूदी गोला खाने से घायल हुई थी। उसका मुँह बुरी तरह जख्मी था। इस मामले की जांच के दौरान ओमप्रकाश को गिरफ्तार किया गया और उसे न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने उसे 14 दिन के लिए हिरासत में भेज दिया है।
जंगली जीव सुरक्षा विभाग के रेंज अधिकारी राजदविंद्र सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ओमप्रकाश के पास से शिकार में उपयोग की जाने वाली सामग्री जैसे कि दो बारूदी गोले, छुरे, दरांती और मरे जानवर के जबड़े इत्यादि बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पकड़े जाने के बाद आरोपी यही कहता है कि उसने कोई अपराध नहीं किया है।