क्या नौसेना दिवस पर 'जलकन्या' डॉक्यूमेंट्री का प्रीमियर होगा, पीएम मोदी क्या शामिल होंगे?
सारांश
Key Takeaways
- डॉक्यूमेंट्री 'जलकन्या' 4 दिसंबर को प्रीमियर होगी।
- यह 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान से प्रेरित है।
- युवा लड़कियों की रचनात्मकता को उजागर करती है।
- प्रीमियर में पीएम मोदी की उपस्थिति की संभावना।
- प्रमुख फिल्म हस्तियों ने वर्कशॉप का संचालन किया।
तिरुवनंतपुरम, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय नौसेना पर आधारित डॉक्यूमेंट्री 'जलकन्या' का प्रीमियर 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के समारोह के दौरान होगा। इसे फिल्म निर्माता जोड़ी संजीव सिवन और दीप्ति सिवन ने तैयार किया है। उनका कहना है कि यह उनके लिए किसी विशेष उपलब्धि से कम नहीं है।
इस प्रीमियर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य प्रमुख हस्तियों के शामिल होने की संभावना है। भारतीय नौसेना इस वर्ष के नौसेना दिवस का आयोजन अरब सागर के किनारे तिरुवनंतपुरम में करेगी।
संजीव ने बताया कि 'जलकन्या' प्रधानमंत्री के प्रमुख अभियान 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' से प्रेरित है और यह देशभर की युवा लड़कियों की रचनात्मकता और साहस का सम्मान करती है।
उन्होंने कहा, "इस परियोजना का उद्देश्य सिनेमा के माध्यम से युवाओं की आवाज को सीमांत तक पहुंचाना और सशक्तिकरण और समावेश का राष्ट्रीय संदेश प्रसारित करना है।"
इस पहल के अंतर्गत देशभर के नौसेना स्कूलों से 25 छात्रों को मुंबई में आयोजित पांच दिवसीय फिल्म निर्माण वर्कशॉप में भाग लेने के लिए चुना गया। इस वर्कशॉप का संचालन देश के कुछ प्रमुख फिल्म और संगीत हस्तियों ने किया, जिनमें आमिर खान, अनुराग कश्यप, शंकर महादेवन, जावेद जाफरी और ए. श्रीकर प्रसाद शामिल थे।
प्रतिभागियों को अपने व्यक्तिगत अनुभवों, सामुदायिक मुद्दों और आकांक्षाओं को दर्शाते हुए अपनी शॉर्ट फिल्म बनाने के लिए प्रेरित किया गया। ये रचनाएं जलकन्या का मूल आधार हैं, जो यह दर्शाती हैं कि युवा मन सशक्तिकरण, समानता और बदलाव को कैसे देखता है।
यह डॉक्यूमेंट्री 22 जनवरी, 2015 को शुरू हुए प्रधानमंत्री मोदी के अभियान 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' से प्रेरित है। यह एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है, जो समुदायों को बेटियों का सम्मान करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करता है।
संजीव ने कहा, "जलकन्या को कहानीकारों की अगली पीढ़ी को पोषित करने के एक मंच के रूप में स्थापित किया जा रहा है। साथ ही इसके माध्यम से इस अभियान में शामिल लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा।"
दिलचस्प बात यह है कि संजीव के पिता स्वर्गीय सिवन एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता थे, और उनके दिवंगत भाई संगीत सिवन ने सुपरस्टार मोहनलाल की फिल्म योद्धा का निर्देशन किया था।