क्या एनसीसी दिवस से पहले कैडेट्स ने शहीदों को नमन किया?
सारांश
Key Takeaways
- एनसीसी का स्थापना 1948 में हुआ था।
- आज एनसीसी का सदस्यता 20 लाख से अधिक है।
- एनसीसी सामाजिक अभियानों में सक्रिय है।
- डिफेंस सेक्रेटरी ने एनसीसी के योगदान की सराहना की।
- एनसीसी युवाओं को अनुशासन और कौशल में प्रशिक्षित करता है।
नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) 23 नवंबर को अपना 78वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। इससे पहले, शनिवार को नई दिल्ली के नेशनल वॉर मेमोरियल पर एक पुष्पांजलि समारोहडिफेंस सेक्रेटरी राजेश कुमार सिंह और डायरेक्टर जनरल एनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने पूरे संगठन की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम ने देशभर में सेलिब्रेशन का माहौल तैयार किया, जिसने राष्ट्र निर्माण में एनसीसी की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया।
ट्राई-सर्विसेज की तीन एनसीसी गर्ल कैडेट्स ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी और सीनियर लीडरशिप के साथ देश के बहादुरों को सम्मानित किया। समारोह के बाद, डिफेंस सेक्रेटरी, डीजी एनसीसी और उपस्थित लोगों ने वहां के स्कूलों से आए एनसीसी कैडेट्स का बैंड परफॉर्मेंस देखा।
1948 में केवल 20,000 कैडेट्स के साथ शुरू हुआ एनसीसी आज 20 लाख कैडेट्स के साथ दुनिया का सबसे बड़ा युवाओं का संगठन बन चुका है। 2014 से 2025 के बीच एनसीसी में 6 लाख कैडेट्स की वृद्धि हुई है। आज इसकी पहुंच भारत के 780 जिलों में से 713 तक है, जो इसे देश के सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाले युवा संस्थानों में से एक बनाता है।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कैडेट्स ने ब्लड डोनेशन ड्राइव, पेड़ लगाने की गतिविधि, ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान और नशा मुक्ति कार्यक्रम जैसे कई पब्लिक सर्विस इनिशिएटिव के माध्यम से इस दिन का आयोजन किया। इन प्रयासों ने दिखाया कि संगठन कम्युनिटी एंगेजमेंट, एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन और सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी पर लगातार ध्यान केंद्रित कर रहा है।
वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डिफेंस सेक्रेटरी राजेश कुमार सिंह ने एनसीसी के योगदान की सराहना की। उन्होंने आपदा मित्र डिजास्टर-रिस्पॉन्स ट्रेनिंग, एनसीसी माउंट एवरेस्ट एक्सपीडिशन, और पाठ्यक्रम में ड्रोन और साइबर ट्रेनिंग को शामिल करने जैसे प्रमुख पहलों पर जोर दिया।
आज एनसीसी एक वाइब्रेंट और फ्यूचर-रेडी ऑर्गनाइजेशन के रूप में विकसित हो रहा है, जो विकसित भारत को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध, अनुशासित, सामाजिक रूप से जागरूक और तकनीकी रूप से कुशल युवाओं को तैयार कर रहा है।