क्या मध्य प्रदेश के नीमच में आयुष्मान योजना गरीबों के लिए वरदान बन गई है?

सारांश
Key Takeaways
- आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
- इस योजना के तहत निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा रही है।
- नीमच में कई लाभार्थियों ने इस योजना से जीवन बचाने के अनुभव साझा किए हैं।
- केंद्र सरकार की यह पहल स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार लाने में मदद कर रही है।
- आयुष्मान कार्ड के माध्यम से दर्दनाक चिकित्सा खर्चों से राहत मिली है।
नीमच, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के नीमच जिले के गांवों में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई आयुष्मान भारत योजना आर्थिक रूप से सबसे कमजोर वर्ग के लोगों को जीवन रक्षक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) के नाम से जानी जाने वाली यह केंद्रीय पहल उन परिवारों के लिए एक आशा की किरण बन गई है, जो कभी चिकित्सा खर्च के बोझ से जूझते थे।
सितंबर 2018 में आरंभ की गई यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य बीमा योजना है। यह प्रत्येक पात्र परिवार को पाँच लाख रुपए तक का वार्षिक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है, जिसमें विभिन्न प्रकार के उपचार शामिल हैं। इसका उद्देश्य भारत के लगभग 50 करोड़ लोगों को कवर करना है।
नीमच के गांवों में, विशेष रूप से उम्मेदपुरा और मेढ़की में, इस योजना ने लोगों की जिंदगी बदल दी है। जिन व्यक्तियों के पास पहले महंगे ऑपरेशन का खर्च उठाने का कोई साधन नहीं था, उन्हें अब उन्नत इलाज बिल्कुल मुफ्त मिल रहा है।
मेढ़की गांव के किराना दुकानदार राजाराम बैरागी ने 2020 में कोविड महामारी के दौरान दिल का दौरा पड़ने की घटना को याद करते हुए कहा कि महंगे ऑपरेशन के लिए पैसे की कमी के कारण उनका परिवार बेहद हताश था। लेकिन, आयुष्मान भारत कार्ड के माध्यम से उन्हें अहमदाबाद के एक अस्पताल में निःशुल्क इलाज मिला।
उन्होंने कहा, "जब 2020 में कोरोना का संकट था, तब मुझे हार्ट ब्लॉकेज की समस्या हुई थी। प्रारंभिक जांच के बाद पूरी परिवार में सदमा छा गया था। लेकिन, आयुष्मान कार्ड ने हमारे लिए वरदान साबित हुआ। इसके जरिए मेरा ऑपरेशन मुफ्त में हुआ और मैंने एक नई जिंदगी पाई।"
उम्मेदपुरा के दिलीप कुमार पिरिया ने साझा किया कि 2019 में उनके हाथ में तेज दर्द हुआ और जांच में पता चला कि उनके हार्ट में चार ब्लॉकेज हैं। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्हें भी ऑपरेशन कराने में कठिनाई हुई। लेकिन आयुष्मान योजना के तहत उन्हें निःशुल्क इलाज मिला।
किसान लाभचंद धाकड़ और रघुनाथ सिंह पंवार जैसे अन्य लाभार्थियों ने भी इस योजना से अत्यधिक लाभ उठाया है।
उम्मेदपुरा की कुल 2,508 की जनसंख्या में से लगभग 1,943 निवासियों के पास अब आयुष्मान कार्ड है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इस योजना के माध्यम से दर्जनों ग्रामीणों को गंभीर बीमारियों का निःशुल्क इलाज प्राप्त हुआ है।
ग्राम पंचायत उम्मेदपुरा के सचिव जयप्रकाश मेड़तवाल ने कहा, "केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से हमारे गांववासियों को बेजोड़ लाभ मिला है।"