क्या मैं सूली पर चढ़ जाऊंगी? नेहा सिंह राठौर का पुलिस पर गुस्सा
सारांश
Key Takeaways
- नेहा ने कहा, 'मैं सूली पर चढ़ जाऊंगी।'
- पुलिस पर झूठ फैलाने का आरोप।
- नेहा का अगला कदम कानूनी सलाह पर निर्भर करेगा।
लखनऊ, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर और बढ़ती कानूनी कार्यवाही पर एक बार फिर तेज प्रतिक्रियानेहा ने स्पष्ट किया कि वह न तो भागेंगी और न ही अपने बयान से पीछे हटेंगी।
उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है, तो वह इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।
नेहा सिंह राठौर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अगर उन्हें गिरफ्तार किया गया, तो वह किसी भी तरह का प्रतिरोध नहीं करेंगी। उन्होंने कहा, ''अगर मुझे गिरफ्तार किया गया तो मेरा क्या रिएक्शन होगा? मैं भागने वाली नहीं हूं। अगर वे मुझे गिरफ्तार करने आएंगे, तो मैं गिरफ्तार हो जाऊंगी। अगर वे मुझे गोली मारने आएंगे, तो मैं गोली खा लूंगी। पिछली बार भी मैंने कहा था कि अगर वे मुझे सूली पर लटकाएंगे, तो मैं सूली पर चढ़ जाऊंगी। मेरे पास कोई चारा नहीं है।''
नेहा ने पुलिस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस मीडिया में लगातार कह रही है कि दो टीमें बनाई गई हैं और उनकी तलाश की जा रही है, लेकिन न तो उनके घर पर दबिश दी गई है और न ही कोई नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा, ''पुलिस झूठ बोल रही है। आज तक मेरी कौन सी जांच हुई है? और पुलिस कहती रही कि दबिश दे रही है कि उन्होंने दो टीमें बनाई हैं और तलाशी ले रही है। यह झूठ है। एक भी नोटिस नहीं आया, फिर भी वे दबिश देने की बात करते हैं।''
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ''मैं सबूत दिखाने के लिए हनुमान जी की तरह नहीं कर सकती हूं। मैं बस इतना कह सकती हूं कि मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है, और तथाकथित दबिश की बात करें तो मैं लखनऊ में हूं।''
अपने अगले कदम के बारे में नेहा ने कहा कि वह जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेंगी। उन्होंने बताया कि वह अपने वकील से बातचीत कर रही हैं और आगे की रणनीति पूरी तरह कानूनी सलाह के आधार पर तय की जाएगी।
उन्होंने कहा, ''मेरा अगला कदम अपने वकील से सलाह लेने के बाद उठाया जाएगा। उनकी सलाह के आधार पर जो भी सही लगेगा, वही किया जाएगा।''
नेहा सिंह राठौर के नए बयान ऐसे समय आए हैं, जब उन पर 27 अप्रैल को लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज एफआईआर का दबाव बढ़ रहा है। यह विवाद 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद नेहा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर केंद्र सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर राजनीति करने का आरोप लगाया था और पहलगाम हमले को सुरक्षा एजेंसियों की विफलता बताया था।