क्या नेपाल के मसले पर भारत को सर्तक रहना चाहिए? : सपा सांसद वीरेंद्र सिंह

सारांश
Key Takeaways
- नेपाल में हाल ही की घटनाएं भारत के लिए चिंता का विषय हैं।
- सपा सांसद ने युवाओं के रोजगार पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई।
- प्रधानमंत्री मोदी को नेपाल की स्थिति पर नजर रखने की सलाह दी गई है।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद वीरेंद्र सिंह ने नेपाल में हाल ही में हुए तख्तापलट और जेन जी के हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत को भी सर्तक रहना चाहिए।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में सपा सांसद ने युवाओं के रोजगार जैसे संवेदनशील मुद्दों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता बताई। नेपाल को पड़ोसी देश बताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे वहां संवेदनशीलता से नजर बनाए रखें और भारत के हित में हर संभव प्रयास करें।
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि इंडी गठबंधन में क्रॉस वोटिंग हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि सपा के कुल 315 वोटों में से 300 वोट पड़े, जबकि 15 को अवैध घोषित कर दिया गया। सिंह ने कहा कि हमारे कुल वोट 315 थे, जिनमें से 300 वोट पड़े और 15 अवैध घोषित कर दिए गए। अब वे अपने आप अवैध हो गए या अवैध कर दिए गए, यह अलग बात है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों पर उन्होंने कहा कि बहुत सी चीजें मीडिया मैनेजमेंट होती हैं। ट्रंप भगवान नहीं हैं कि वह मुस्कुराएंगे तो सब ठीक हो जाएगा। भारत का कल्याण हो जाएगा। आर्थिक नीति और कूटनीति को अपनी तरह से मजबूती के साथ संचालित करना चाहिए।
बता दें कि पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ताएं भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेंगी। हमारी टीमें इन चर्चाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम कर रही हैं।
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं। हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।