क्या निखिल कुमारस्वामी ने कर्नाटक सरकार पर भारी बारिश के बाद सवाल उठाए?

सारांश
Key Takeaways
- निखिल कुमारस्वामी ने कर्नाटक सरकार की उदासीनता की आलोचना की।
- उन्होंने कलबुर्गी जिले के किसानों की समस्याओं का जिक्र किया।
- राज्य सरकार को तत्काल मुआवजा प्रदान करने की आवश्यकता है।
बेंगलुरु, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल (सेक्युलर) के राज्य युवा इकाई के अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी ने सोमवार को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला किया। हाल ही में हुई भारी बारिश ने राज्य को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। कुमारस्वामी ने इस आपदा के बाद राहत कार्यों में राज्य सरकार की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
कर्नाटक में हाल ही में आई भारी बारिश और इसके परिणामस्वरूप हुए व्यापक नुकसान को लेकर निखिल कुमारस्वामी ने राज्य सरकार की प्रतिक्रिया पर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा, "इतने बड़े पैमाने पर हुए नुकसान के बावजूद, मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बजाय केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्थिति का जायजा लिया है। यह सरकार के गैर-जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है।"
निखिल कुमारस्वामी ने खासकर कलबुर्गी जिले का उल्लेख किया, जो भारी बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। उन्होंने कृषि मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "मंत्री ने इस क्षेत्र का दौरा तक नहीं किया, जिससे किसानों और स्थानीय लोगों में निराशा बढ़ गई है। सरकार को तुरंत राहत और पुनर्वास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।"
उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें खड़गे ने एनडीआरएफ नियमों में संशोधन के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डालने की बात कही थी। उन्होंने कहा, "केंद्र को दोष देने के बजाय, राज्य सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए प्रभावित किसानों को तुरंत पर्याप्त मुआवजा प्रदान करना चाहिए। आपदा की इस घड़ी में सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर किसानों और प्रभावित लोगों के समर्थन में खड़ा होना चाहिए।"
उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह बिना देरी के ठोस कदम उठाए और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज करे।