क्या नितिन गडकरी ने जबलपुर को दी बड़ी सौगात, 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास?

Click to start listening
क्या नितिन गडकरी ने जबलपुर को दी बड़ी सौगात, 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास?

सारांश

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जबलपुर में 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। इन परियोजनाओं से शहर की सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा। जानिए इन परियोजनाओं से जबलपुर को क्या लाभ होगा।

Key Takeaways

  • 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
  • 4,250 करोड़ रुपए का निवेश
  • सड़क कनेक्टिविटी में सुधार
  • रोजगार के नए अवसरों का सृजन
  • पर्यटन को बढ़ावा देने वाली परियोजनाएँ

जबलपुर, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बेहतर सड़क कनेक्टिविटी के माध्यम से जबलपुर की प्रगति को नई दिशा देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के महानद्दा, जबलपुर में 4,250 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश वाली और 174 किमी लंबाई की 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, राज्य के लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह, मंत्री संपतिया उइके, सांसद विष्णु दत्त शर्मा, जबलपुर के सांसद आशीष दुबे, रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा, सांसद सुमित्रा बाल्मीक, जबलपुर के महापौर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

आज लोकार्पित परियोजनाओं में सीआरआईएफ के अंतर्गत जबलपुर शहर में दमोह नाका से मेडिकल रोड तक 7 किमी लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर, हिरन-सिंदूर खंड में नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण्य भाग का 4-लेन चौड़ीकरण और कटनी बाईपास का चौड़ीकरण शामिल है। इसके साथ ही अन्य 6 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास भी हुआ है।

इन परियोजनाओं से प्रदेश में बेहतर कनेक्टिविटी होगी, जिससे निवेश में वृद्धि होगी, क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बल मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। जबलपुर फ्लाईओवर से शहर में ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, जिससे समय और ईंधन की बचत होगी और प्रदूषण में कमी आएगी। जबलपुर रिंग रोड के पूर्ण होने से शहर में भारी वाहनों के दबाव में कमी आएगी एवं सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा। रीवा एवं कटनी बाईपास के चौड़ीकरण से वाराणसी से नागपुर के संपूर्ण खंड पर 4-लेन कनेक्टिविटी होगी।

नौरादेही वन क्षेत्रों में न्यूनतम हस्तक्षेप आधारित विकास कार्यों से वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को मजबूती मिलेगी। डिंडोरी, मंडला और बालाघाट जैसे आदिवासी क्षेत्रों का सड़क संपर्क और मजबूत होगा। बाईपास चौड़ीकरण कार्य पूर्ण होने से रीवा-जबलपुर और भोपाल-जबलपुर में 20 मिनट की बचत होगी। कान्हा एवं बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यानों तक पहुंच आसान होगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

इस कार्यक्रम के माध्यम से नितिन गडकरी ने मध्य प्रदेश में 15,000 करोड़ रुपए की लागत वाली नई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की घोषणा की। इनमें 5,500 करोड़ रुपए की लागत से एक टायगर कॉरिडोर परियोजना भी शामिल है, जिसमें कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और पेंच को जोड़ा जाएगा। इससे जबलपुर से टायगर रिजर्व तक 4-लेन की कनेक्टिविटी होगी। मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक विकास में सहायता मिलेगी।

गडकरी ने सीआरआईएफ के अंतर्गत आज 1500 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजनाओं की घोषणा की। विशेष रूप से 15,000 करोड़ रुपए की लागत वाले और 255 किमी लंबाई के भोपाल-जबलपुर नए ग्रीनफील्ड हाईवे की घोषणा की। 10,000 करोड़ रुपए की लागत वाले और 220 किमी लंबाई के लखनादौन से रायपुर 4-लेन हाईस्पीड कॉरिडोर का भी ऐलान किया गया। इंदौर और भोपाल के लिए महत्वपूर्ण 12,000 करोड़ रुपए की लागत वाले और 107 किमी लंबाई के मार्ग की घोषणा की। इसके साथ ही 7,000 करोड़ से अधिक के निवेश वाले मार्ग कार्यों की गडकरी ने घोषणा की।

Point of View

बल्कि यह एक सकारात्मक संकेत भी है कि सरकार ने सड़क ढांचे को मजबूत करने की दिशा में गंभीरता दिखाई है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर भी विकास को गति देगा।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

ये परियोजनाएँ कब शुरू हुईं?
ये परियोजनाएँ 23 अगस्त 2023 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा लोकार्पित की गईं।
इन परियोजनाओं से क्या लाभ होगा?
इन परियोजनाओं से सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा, ट्रैफिक जाम में कमी आएगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
क्या ये परियोजनाएँ पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं?
इन परियोजनाओं में न्यूनतम हस्तक्षेप आधारित विकास कार्यों का ध्यान रखा गया है, जिससे वन्यजीव संरक्षण को बल मिलेगा।
कितनी लागत की परियोजनाएँ हैं?
इन परियोजनाओं की कुल लागत 4,250 करोड़ रुपए से अधिक है।
क्या इस से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा?
जी हां, इन परियोजनाओं से कान्हा और बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यानों तक पहुंच आसान होगी, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।