क्या नितिन गडकरी के वार्षिक टोल पास के फैसले से वाहन चालकों में खुशी है?

सारांश
Key Takeaways
- वार्षिक टोल पास से 7,000 रुपए की बचत संभव है।
- 200 यात्राओं की अनुमति है।
- पैसों की बचत के साथ-साथ समय की भी बचत होगी।
- यह फास्टैग आधारित है।
- केवल राष्ट्रीय राजमार्गों पर लागू होगा।
सीकर, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के वार्षिक टोल पास के निर्णय पर निजी वाहन चालकों ने अपनी खुशी व्यक्त की है। उनका कहना है कि इससे पैसों की बचत में सहायता मिलेगी।
राजस्थान के सीकर में एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए निजी वाहन मालिक, नासिर बिसायती ने कहा कि यह एक सकारात्मक पहल है। इससे लंबे अंतराल की यात्रा करने वाले वाहन चालकों को काफी लाभ होगा। इससे समय की बचत होगी और आर्थिक लाभ भी होगा। यदि 60 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले निजी वाहनों को कुछ राहत मिले, तो यह और भी बेहतर होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ग्रामीण क्षेत्रों की खराब सड़कों को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं और आम आदमी के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
गडकरी ने बताया कि एनुअल टोल पास से आम आदमी को 7,000 रुपए तक की बचत हो सकेगी।
उन्होंने विस्तार से कहा, "इस पास के तहत आपको 200 यात्रा करने की अनुमति है। एक यात्रा का अर्थ है एक टोल पार करना। उदाहरण के लिए, यदि आप एक टोल पर 50 रुपए खर्च करते हैं, तो 200 यात्राओं के लिए आपको 10,000 रुपए खर्च करने होंगे। लेकिन, एनुअल पास आपको केवल 3,000 रुपए में मिलेगा। इस प्रकार, एक आम आदमी 7,000 रुपए की बचत कर सकता है।"
गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि एनुअल टोल पास केवल राष्ट्रीय राजमार्गों पर लागू होगा और यह राज्यों के अधिकार क्षेत्र वाली सड़कों पर मान्य नहीं होगा।
उन्होंने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा, "एक ऐतिहासिक पहल के तहत, 15 अगस्त 2025 से 3,000 रुपए के मूल्य का फास्टैग आधारित एनुअल पास शुरू किया जाएगा। यह पास सक्रिय होने की तारीख से एक वर्ष तक या 200 यात्राओं तक, जो भी पहले हो, वैध रहेगा।"
उन्होंने आगे लिखा, "यह पास केवल गैर-व्यावसायिक निजी वाहनों (कार, जीप, वैन आदि) के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है और यह देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध यात्रा को संभव बनाएगा। एनुअल पास को रिन्यू करने के लिए जल्द ही राजमार्ग यात्रा ऐप और एनएचएआई / एमओआरटीएच की वेबसाइट्स पर एक अलग लिंक उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे प्रक्रिया सरल और सुगम होगी।