क्या रोजगार निर्माण सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है?

सारांश
Key Takeaways
- रोजगार निर्माण सरकार की प्राथमिकता है।
- महात्मा गांधी और नेहरू के विचारों का महत्व।
- विदर्भ का विकास आर्थिक समृद्धि के लिए जरूरी है।
- भविष्य में हाइड्रोजन फ्यूल की अहमियत।
- इलेक्ट्रिक ट्रक का उपयोग आर्थिक दृष्टि से फायदेमंद।
नागपुर, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रोजगार के विषय पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के विचारों को साझा करते हुए कहा कि रोजगार का निर्माण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
गडकरी ने रविवार को नागपुर में 'भारत@100: विदर्भ की विकसित भारत की यात्रा' के विषय पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि हमें रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाना होगा क्योंकि विदर्भ की गरीबी को समाप्त करना जरूरी है। सुखी, संपन्न और विकसित विदर्भ का सपना तभी पूरा होगा जब कृषि और उद्योग क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति होगी।
इसके साथ ही, गडकरी ने महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के विचारों को स्मरण किया। उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी जी और जवाहर लाल नेहरू की दो प्रसिद्ध बातें हैं। पंडित नेहरू हमेशा कहते थे कि उत्पादन में वृद्धि होनी चाहिए। वहीं, गांधी जी का कहना था कि उत्पादन के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों को रोजगार भी मिलना चाहिए।"
गडकरी ने जोर देते हुए कहा कि रोजगार का निर्माण हमारी प्राथमिकता है। भविष्य में सफल प्रौद्योगिकी को अपनाते हुए रोजगार में वृद्धि और विदर्भ से निर्यात बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है। उन्होंने कहा, "जब विदर्भ समृद्ध होगा, तब महाराष्ट्र भी समृद्ध होगा, और इसी तरह से भारत समृद्ध होगा। इस प्रकार, प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत का सपना, जो 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का है, अवश्य पूरा होगा।"
कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि जब हम सड़कें बेहतर बना रहे हैं, तो हम फ्यूल को भी बदल रहे हैं। हम 10 परियोजनाओं पर कई बड़ी कंपनियों के साथ कार्य कर रहे हैं, जो 600 करोड़ रुपये का पायलट प्रोजेक्ट हैं।
ऊर्जा के विषय में, गडकरी ने कहा, "दो-तीन महीने पहले मैंने हाइड्रोजन फ्यूल के ट्रक को लॉन्च किया। अभी हम आईसी इंजन में पेट्रोल-डीजल के साथ हाइड्रोजन का उपयोग कर सकते हैं। हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है। आज हम ऊर्जा का आयात करने वाले देश हैं, लेकिन भविष्य में हम ऊर्जा का निर्यात करने वाले देश बनेंगे।"
गडकरी ने इलेक्ट्रिक ट्रक के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जहां परिवहन में 100 रुपये डीजल खर्च होते हैं, वहीं इलेक्ट्रिक ट्रक पर यह मात्र 7 रुपये है।