क्या सरकारी नौकरी को देश सेवा का अवसर समझकर कर्तव्यों का पालन करना चाहिए? : नितिन गडकरी

सारांश
Key Takeaways
- सरकारी नौकरी को समाज सेवा का अवसर मानना चाहिए।
- नियुक्ति पत्र मिलने से युवाओं की ज़िंदगी में बदलाव आ सकता है।
- उच्चतम स्तर पर भारत सरकार द्वारा रोजगार का सृजन।
नागपुर, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें रोजगार मेले का उद्घाटन देश के 47 शहरों में किया। इसी अवसर पर नागपुर के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मंडल द्वारा रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
उत्तर नागपुर के मंगल मंडप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रेलवे, डाक, रक्षा, स्वास्थ्य आदि विभागों में चयनित कुल 25 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। नागपुर के रोजगार मेले में कुल 148 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए गए।
इस अवसर पर संबोधन करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने युवाओं से कहा कि जब हम पढ़ाई करके सरकारी नौकरी में शामिल होते हैं, तो इसे एक महत्वपूर्ण समाज सेवा और देश सेवा का अवसर मानकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और सफलता प्राप्त करनी चाहिए।
नियुक्ति पत्र पाने वाले अमोल ने बताया कि फरवरी में आरआरबी द्वारा नोटिफिकेशन आया था, जिसमें सिग्नल और टेलीकॉम विभाग में 95 रिक्तियां थीं। युवाओं के मन में यह संदेह रहता है कि परीक्षा पास करने के बाद नौकरी मिलने में कितना समय लगेगा, लेकिन यह पहली भर्ती है जो समय पर हुई है। मेरा सपना था कि एक सरकारी नौकरी मिले, जो आज साकार हो गया है। इसके लिए मैं पीएम का आभारी हूं।
आरती ने बताया कि मेरी नियुक्ति सिग्नल डिपार्टमेंट में नागपुर रेलवे में हुई है। नियुक्ति पत्र मिलने पर उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और रेलवे विभाग का आभार जताया।
निधि कुशवाहा, जो मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं, को नागपुर जोन रेलवे विभाग में नियुक्ति पत्र मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे नौकरी की बहुत जरूरत थी, अब मेरे परिवार का बोझ कम होगा। नौकरी मिलने के बाद जीवन सरल हो जाएगा। मेरे भाई-बहन पढ़ाई करते हैं, उनकी पढ़ाई अच्छी होगी।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के आशुतोष सिंह ने बताया कि सफलता काफी मेहनत के बाद मिली है।