क्या नोएडा में गांजा तस्करी करने वाले चार गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- नोएडा में अंतरराज्यीय गांजा तस्करी का पर्दाफाश।
- पुलिस ने 108 किलोग्राम गांजा बरामद किया।
- गैंग ओडिशा से ट्रेन के माध्यम से गांजा लाता था।
- तस्कर इनवर्टर की बॉडी में गांजा छिपाते थे।
- चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
नोएडा, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा की थाना फेज-2 पुलिस और सीआरटी टीम ने गांजे की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 108 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है, जिसकी कीमत 25 से 30 लाख रुपए आंकी गई है।
यह शातिर गैंग इनवर्टर की खाली बॉडी में गांजे की इस खेप को छिपाकर ट्रेन के माध्यम से ओडिशा से लाता था। इसके बाद इसे उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में सप्लाई किया जाता था।
पुलिस की जानकारी के अनुसार, थाना फेज-2 नोएडा पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और बीट पुलिसिंग की सहायता से चेकिंग के दौरान बड़ा पार्क निम्मी विहार के सामने, सेक्टर-88, गौतमबुद्धनगर से इस अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया। चार आरोपियों में अब्दुल्ला, सोवान, शाबान हसन और समीर हसन शामिल हैं।
पुलिस पूछताछ के दौरान पता चला है कि गैंग ओडिशा के एक व्यक्ति से रेलमार्ग के माध्यम से इनवर्टर की खाली बॉडी में छिपाकर गांजा लाता था, जिससे किसी को शक न हो। इसके बाद ये गांजे को एनसीआर में नशे के आदी लोगों को बेचते थे।
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी रेलमार्ग और बस के माध्यम से गांजा इनवर्टर की खाली बॉडी में छिपाकर लाते थे और इसके बाद एनसीआर में इसकी बिक्री करके पैसे कमाते थे। यह गैंग गांजा ओडिशा राज्य के निवासी आयुष नाम के व्यक्ति से खरीदता था। सभी आरोपी जिला मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। गैंग पकड़े जाने के डर से आपस में संपर्क करने के लिए व्हाट्सएप कॉल का उपयोग करता था।
पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है और नशे के काले कारोबार में संलिप्त अन्य लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।