क्या नोएडा में महिला से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- नोएडा में महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- पुलिस की तत्परता से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
- सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करने से मदद मिली।
- आपसी सहयोग से मनचलों के खिलाफ कार्रवाई करना जरूरी है।
- समाज में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
नोएडा, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। शहर की सड़कों पर कुछ नकाबपोश युवकों ने रात के समय जमकर उत्पात मचाया। लगभग आधा दर्जन लग्जरी गाड़ियों में सवार एक दर्जन से अधिक युवकों ने कई इलाकों में मारपीट, हंगामा और महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें करके दहशत फैला दी। सोशल मीडिया पर इन मनचलों के कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें वे खुलेआम नियमों को धता बताते हुए लोगों को धमकाते और महिलाओं के साथ बदसलूकी करते दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, अगाहपुर इलाके में युवकों ने एक युवती से छेड़छाड़ की और उसके साथी के साथ मारपीट की। पीड़िता ने आरोप लगाया कि चार गाड़ियों में सवार दबंगों ने उसका पीछा किया और बार-बार अभद्र टिप्पणी की। यही नहीं, सेक्टर-51 स्थित एक होटल के बाहर भी युवकों ने युवती को देखकर अश्लील इशारे किए और गाली-गलौज की।
किसी राहगीर ने इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। थाना सेक्टर-49 पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से बुधवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहित बैसोया (23 वर्ष) और प्रिन्स बैसोया (25 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों नोएडा के थाना सेक्टर-24 क्षेत्र के मोरना गांव के निवासी हैं। पुलिस के अनुसार, दोनों अभियुक्तों ने 21 अक्टूबर को पीड़िता के साथ अश्लील हरकत की थी। पीड़िता की शिकायत के आधार पर थाना सेक्टर-49 में मुकदमा दर्ज किया गया था।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपी मोहित बैसोया के खिलाफ वर्ष 2018 में थाना सेक्टर-24 में मारपीट और उपद्रव से संबंधित मुकदमा दर्ज हो चुका है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बाकी फरार आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसी किसी भी घटना की सूचना तुरंत नियंत्रण कक्ष या स्थानीय थाने में दें ताकि मनचलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।