क्या नोएडा में बुजुर्ग महिला से साइबर ठगी के मामले में 3 लोग गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- जागरूक रहें और साइबर ठगी से बचें।
- बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
- पुलिस कार्रवाई से ठगों का मनोबल टूटता है।
- साइबर सुरक्षा के उपाय अपनाएं।
- सामाजिक सहयोग से हम इस समस्या का सामना कर सकते हैं।
नोएडा, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा की साइबर सेल ने एक बुजुर्ग महिला के साथ हुई ठगी की घटना में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों ने पीड़िता को डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाते हुए 3.29 करोड़ रुपये की ठगी की। इस गिरफ्तारी की जानकारी एडीसीपी मनीष सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों में से दो दिल्ली और एक नोएडा का निवासी है। पुलिस ने ठगी के 17 लाख रुपये भी फ्रीज किए हैं। 30 जून को पीड़ित बुजुर्ग महिला ने साइबर सेल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, ठगों ने फोन कॉल के माध्यम से महिला को डराया कि उनके बैंक खाते से जुआ और अवैध हथियारों की खरीदारी हुई है। इस डर के कारण महिला ने ठगों के बताए खातों में 3.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए।
एडीसीपी के अनुसार, जांच में पता चला कि आरोपियों ने अपने और अन्य लोगों के बैंक खातों का प्रयोग ठगी के लिए किया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि इन खातों में 71 लाख और 93 लाख रुपये की राशि विभिन्न समय पर जमा की गई थी।
मनीष सिंह ने बताया कि आरोपियों ने अपने बैंक खातों को किराए पर देकर ठगी को अंजाम दिया। ये खाते अन्य अपराधियों को उपलब्ध कराए गए थे, जिनका उपयोग साइबर ठगी के लिए किया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने मामले में 17 लाख रुपये फ्रीज किए हैं और बाकी राशि की बरामदगी के लिए जांच जारी है।
बता दें कि नोएडा में एक बुजुर्ग महिला से साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 3.29 करोड़ रुपये की ठगी की। ठगों ने फोन कॉल के जरिए दावा किया कि महिला के बैंक खाते से अवैध गतिविधियाँ हुई हैं, जिससे डरकर उन्होंने 3.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए थे।