क्या नोएडा प्राधिकरण ने डेंगू-मलेरिया रोकथाम के लिए विशेष मुहिम चलाई है?

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क्या नोएडा प्राधिकरण ने डेंगू-मलेरिया रोकथाम के लिए विशेष मुहिम चलाई है?

सारांश

नोएडा में डेंगू और मलेरिया के खिलाफ एक विशेष मुहिम की शुरुआत की गई है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। जानें, किस तरह से यह मुहिम प्रभावी होगी।

Key Takeaways

  • सफाई अभियानों की शुरुआत की गई है।
  • जलजमाव को रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
  • प्रत्येक अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
  • जनजागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
  • उद्यान विभाग का सक्रिय योगदान होगा।

नोएडा, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण में मुख्य कार्यपालक अधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को डेंगू और मलेरिया के रोकथाम को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री, कृष्ण करुणेश, महेंद्र प्रसाद, वंदना त्रिपाठी, सतीश पाल सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में यमुना नदी में बाढ़ के कारण डेंगू-मलेरिया के फैलने की संभावनाओं को देखते हुए प्रभावी कदम उठाने के लिए निर्देश दिए गए।

सीईओ ने कहा कि सभी सेक्टरों, सोसायटियों और गांवों में सफाई अभियानों का आयोजन किया जाए और जलजमाव को रोकने के लिए कूलर, गमले, टायर आदि की जांच की जाए। इस दौरान सभी अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

संजय कुमार खत्री को औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों के साथ-साथ वर्क सर्किल 6 से 10 तक के सेक्टरों की जिम्मेदारी दी गई। महेंद्र प्रसाद को वर्क सर्किल 1 से 5 तक के सेक्टरों की जिम्मेदारी दी गई। वंदना त्रिपाठी को संस्थागत क्षेत्र, स्कूलों और कॉलेजों की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, कृष्ण करुणेश और सतीश पाल को वर्क सर्किल 1 से 10 तक के गांवों की जिम्मेदारी सौंपी गई।

सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संस्थानों, कंपनियों, स्कूलों, अस्पतालों और कॉलेजों में सफाई सुनिश्चित करें, जलभराव रोकने के उपाय करें और जनजागरूकता अभियान चलाएं।

सीईओ ने कुछ प्रमुख निर्देश भी दिए हैं, जिनके अनुसार उद्यान विभाग को सभी पार्कों और क्षेत्रों में पेड़ों की कटाई-छंटाई करने और अपशिष्ट का निस्तारण करने के लिए कहा गया। वर्क सर्किल को खाली भूखंडों की सफाई और झाड़ियों-घास की कटाई करने का आदेश दिया गया। जलभराव वाले स्थानों पर एंटी-लार्वा का छिड़काव और 15 दिन के भीतर सड़कों के गड्ढे भरने का निर्देश भी दिया गया। इसके साथ-साथ, प्रत्येक गांव में एक जूनियर इंजीनियर की तैनाती की जाएगी, जो सफाई और निगरानी की रिपोर्ट अधिकारियों को देंगे।

इसके अलावा, जिला अस्पताल में डेंगू और मलेरिया रोगियों के लिए अलग से बिस्तर, दवाइयां और उपकरण आरक्षित करने के निर्देश भी दिए गए। इसके साथ-साथ, जन-जागरूकता के लिए होर्डिंग और डिजिटल स्क्रीन पर वीडियो संदेश प्रसारित किए जाएंगे।

सीईओ ने जिला प्रशासन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य विभागों के सहयोग से एक व्यापक अभियान चलाने का भी आदेश दिया है। साथ ही स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों के जरिए आमजन तक रोकथाम के संदेश पहुंचाने पर जोर दिया गया।

Point of View

तो स्थानीय प्रशासन की सक्रियता और समर्पण महत्वपूर्ण होता है। डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए यह प्रयास न केवल वर्तमान में बल्कि भविष्य में भी स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
NationPress
16/09/2025

Frequently Asked Questions

डेंगू और मलेरिया के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं?
सफाई अभियान, जलजमाव रोकने के उपाय, और जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
बैठक में कौन-कौन से अधिकारी शामिल थे?
बैठक में संजय कुमार खत्री, कृष्ण करुणेश, महेंद्र प्रसाद, वंदना त्रिपाठी, और सतीश पाल शामिल थे।
इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य क्या है?
डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाना और जन जागरूकता बढ़ाना।
क्या अस्पताल में विशेष बिस्तर आरक्षित किए गए हैं?
हाँ, जिला अस्पताल में डेंगू और मलेरिया के रोगियों के लिए अलग से बिस्तर और दवाइयां आरक्षित की गई हैं।
क्या इस मुहिम में जन भागीदारी की आवश्यकता है?
हाँ, जन भागीदारी से सफाई और जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।