क्या उत्तर कोरिया अपनी खुफिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए जासूसी एजेंसी का विस्तार कर रहा है?

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क्या उत्तर कोरिया अपनी खुफिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए जासूसी एजेंसी का विस्तार कर रहा है?

सारांश

उत्तर कोरिया अपनी जासूसी एजेंसी जनरल रिकोनेसेंस ब्यूरो का विस्तार कर रहा है। सोल में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किम जोंग-उन ने पारंपरिक और परमाणु हथियारों के सामंजस्य पर जोर दिया। जानें इस महत्वपूर्ण विकास के पीछे की वजह क्या है।

Key Takeaways

  • उत्तर कोरिया ने अपनी जासूसी एजेंसी का विस्तार किया है।
  • किम जोंग-उन ने पारंपरिक हथियारों को मजबूत करने की बात की है।
  • नई इकाई का नाम जनरल रिकोनेसेंस इंफॉर्मेशन ब्यूरो है।
  • सोल और वाशिंगटन एक साथ सैन्य अभ्यास करेंगे।
  • रूस-यूक्रेन युद्ध का असर उत्तर कोरिया की नीति पर पड़ रहा है।

सोल, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया ने सोमवार को जानकारी दी कि उत्तर कोरिया ने बाहरी खुफिया जानकारी एकत्र करने और उसका विश्लेषण करने की अपनी क्षमताओं को सुदृढ़ करके देश की जासूसी एजेंसी जनरल रिकोनेसेंस ब्यूरो (जीआरबी) के कार्यों का विस्तार किया है।

रूढ़ी पार्टी के केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष पाक जोंग-चोन ने रविवार को जारी बयान में कहा कि उत्तर कोरिया ने पहली बार एक नई इकाई जनरल रिकोनेसेंस इंफॉर्मेशन ब्यूरो का उल्लेख किया है।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया ने जीआरबी का विस्तार जनरल रिकोनेसेंस इंफॉर्मेशन ब्यूरो में किया है।

मंत्रालय के प्रवक्ता कू ब्योंग-सैम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम इस संभावना पर ध्यान दे रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने नवंबर 2023 से अपने सैन्य जासूसी उपग्रह के संचालन के अनुसार बाहरी खुफिया जानकारी प्राप्त करने और उसका विश्लेषण करने की अपनी क्षमताओं को सुदृढ़ किया है।"

चोन ने कहा कि उसे जनरल रिकोनेसेंस इंफॉर्मेशन ब्यूरो से सूचना प्राप्त हुई है कि दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान इस सप्ताह त्रिपक्षीय फ्रीडम एज अभ्यास करेंगे और सोल और वाशिंगटन एक साथ आयरन मेस टेबलटॉप अभ्यास करेंगे।

उत्तर कोरिया ने पिछले साल मई और अगस्त में दो असफल प्रयासों के बाद नवंबर में एक जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था।

इस बीच, मंत्रालय ने बताया कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने पारंपरिक हथियारों को सुदृढ़ करने की कसम खाई है। उनका मानना है कि रूस का यूक्रेन के साथ युद्ध यह दर्शाता है कि परमाणु हथियारों का उपयोग वास्तविक युद्ध क्षेत्रों में नहीं किया जा सकता।

उत्तर कोरिया के नेता ने कहा कि वह पिछले सप्ताह प्रमुख हथियार अनुसंधान संस्थानों के दौरे में आगामी पार्टी सम्मेलन में परमाणु बलों और पारंपरिक हथियारों को एक साथ आगे बढ़ाने की नीति का खुलासा करेंगे।

बयान में कहा गया, "रूस-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि किम ने यह समझा है कि परमाणु हथियारों का उपयोग वास्तविक युद्ध क्षेत्रों में नहीं किया जा सकता है। उन्होंने विकसित पारंपरिक हथियारों की आवश्यकता पर जोर दिया है।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि उत्तर कोरिया अपनी जासूसी क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में गंभीर है। इस विस्तार से न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव पड़ेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसके नतीजे होंगे। हमें इस स्थिति की बारीकी से निगरानी करनी चाहिए।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

उत्तर कोरिया ने जासूसी एजेंसी का विस्तार क्यों किया है?
उत्तर कोरिया ने बाहरी खुफिया जानकारी एकत्र करने और उसका विश्लेषण करने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अपनी जासूसी एजेंसी का विस्तार किया है।
किम जोंग-उन का क्या कहना है?
किम जोंग-उन ने पारंपरिक और परमाणु हथियारों के सामंजस्य पर जोर दिया है और इस पर अपनी नीति का खुलासा करने की योजना बनाई है।