क्या एनटीके के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयुक्त से महत्वपूर्ण बातचीत की?

सारांश
Key Takeaways
- एनटीके का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के साथ संवाद कर रहा है।
- चुनाव सुधारों पर सुझावों की चर्चा की गई।
- पारदर्शिता और मजबूत चुनावी प्रक्रिया का उद्देश्य है।
- 4,719 ऑल-पार्टी मीटिंग्स आयोजित की गईं।
- आयोग सभी दलों के सुझावों पर विचार करेगा।
नई दिल्ली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ विवेक जोशी ने मंगलवार को निर्वाचन सदन, नई दिल्ली में नाम तमिझर कच्ची (एनटीके) के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के अधिकृत प्रतिनिधि के. सेंथिलकुमार ने किया।
निर्वाचन आयोग ने अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल के माध्यम से इस मुलाकात की जानकारी साझा करते हुए लिखा, "मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ. विवेक जोशी ने नाम तमिलर कच्ची के एक प्रतिनिधिमंडल से, जिसका नेतृत्व इसके अधिकृत प्रतिनिधि श्री के. सेंथिलकुमार ने किया था, दिल्ली में निर्वाचन सदन में संवाद किया और उनके सुझावों को सुना।"
बैठक में चुनाव सुधारों से संबंधित पार्टी द्वारा प्रस्तुत सुझावों पर चर्चा की गई। यह संवाद चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों के साथ नियमित रूप से आयोजित की जा रही बैठकों का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और मजबूत बनाना है।
यह आयोग की पहल राजनीतिक दलों के नेताओं को सीधे संवाद करने का अवसर प्रदान करती है, जिसमें वे अपने सुझाव और चिंताएँ व्यक्त कर सकते हैं।
आयोग का उद्देश्य सभी हितधारकों के सहयोग से देश की चुनावी प्रक्रिया को और अधिक भरोसेमंद और प्रभावी बनाना है।
आयोग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 6 महीनों में कुल 4,719 ऑल-पार्टी मीटिंग्स आयोजित की गईं, जिनमें मुख्य चुनाव अधिकारियों द्वारा 40 बैठकें, जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा 800 बैठकें और ईआरओ स्तर पर 3,879 बैठकें शामिल हैं।
इन बैठकों में 28,000 से अधिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।
निर्वाचन आयोग ने यह स्पष्ट किया है कि वह सभी राजनीतिक दलों के सुझावों पर गंभीरता से विचार करेगा और भविष्य में जन प्रतिनिधित्व और लोकतांत्रिक मूल्यों को और मजबूत करेगा।