क्या पीएम मोदी और अश्विनी वैष्णव के सहयोग से ओडिशा में डिजिटल कौशल को मिलेगी मजबूती?

सारांश
Key Takeaways
- नाइलिट डिजिटल यूनिवर्सिटी प्लेटफॉर्म सेंटर ओडिशा के युवाओं को नई तकनीकी शिक्षा देगा।
- यह सेंटर डिजिटल कौशल को मजबूत करेगा और रोजगार के अवसर बढ़ाएगा।
- प्रधानमंत्री मोदी और अश्विनी वैष्णव का सहयोग महत्वपूर्ण है।
- उद्यमिता और आईटी क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- यह प्लेटफॉर्म उच्च-गुणवत्ता की डिजिटल शिक्षा प्रदान करेगा।
भुवनेश्वर, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बालासोर में नाइलिट डिजिटल यूनिवर्सिटी प्लेटफॉर्म सेंटर की स्थापना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि नाइलिट डिजिटल यूनिवर्सिटी प्लेटफॉर्म सेंटर की स्थापना ओडिशा के लिए अत्यंत गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "ओडिशा की जनता की ओर से, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को राज्य में डिजिटल कौशल को मजबूत करने में उनके सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं। यह नाइलिट डिजिटल यूनिवर्सिटी प्लेटफॉर्म सेंटर हमारे युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के नए अवसर खोलेगा।"
उन्होंने आगे लिखा, "यह सेंटर पूरे ओडिशा के छात्रों को लाभान्वित करेगा, जिससे वे उभरती प्रौद्योगिकियों में विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे और राज्य के बढ़ते आईटी पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान दे सकेंगे। ओडिशा इस परिवर्तनकारी यात्रा में भागीदार बनने और हमारे युवाओं के लिए एक डिजिटल रूप से सशक्त भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।"
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी और सूचना व प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को नाइलिट डिजिटल यूनिवर्सिटी (एनडीयू) प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया। इस प्लेटफॉर्म को उच्च-गुणवत्ता वाली डिजिटल शिक्षा तक अधिक से अधिक लोगों की पहुंच बनाने के लिए तैयार किया गया है।
यह प्लेटफॉर्म एआई, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस, सेमीकंडक्टर और संबंधित क्षेत्रों जैसी प्रमुख तकनीकों में उद्योग-केंद्रित कार्यक्रम उपलब्ध कराएगा। इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय के अनुसार, यह युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल से लैस करने के लिए लचीले डिजिटल शिक्षण मोड और वर्चुअल लैब प्रदान करेगा।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे सामने भविष्य के लिए एक योजना रखी है, एक ऐसा डिजिटल विश्वविद्यालय बनाना जो उद्योग जगत के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हो। जिस तरह परिवहन क्षेत्र में गति शक्ति विश्वविद्यालय सीधे उद्योग जगत से जुड़ा है, उसी प्रकार नाइलिट के लिए भी हमारा यही सपना है। इसे औद्योगिक जरूरतों से जुड़ा संस्थान बनाना है।