क्या ओडिशा में एसी-एसटी योजनाओं में घोटाला हुआ है? कांग्रेस नेता राम चंद्र कदम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा

सारांश
Key Takeaways
- घोटाला का आरोप
- तत्काल कार्रवाई की मांग
- वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप
- भरोसा
- समावेशी विकास की आवश्यकता
भुवनेश्वर, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस विधायक और ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता राम चंद्र कदम ने आरोप लगाया है कि ओडिशा में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विकास के लिए चल रही योजनाओं में बड़ी गड़बड़ी और फंड की हेराफेरी हो रही है। इस संदर्भ में, राम चंद्र कदम ने राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को पत्र लिखकर तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अपने पत्र में, राम चंद्र कदम ने हाल ही में जारी कैग रिपोर्ट का उल्लेख किया है, जिसमें ओडिशा की इंटीग्रेटेड ट्राइबल डेवलपमेंट एजेंसी (टीआईडीए) के अधीन कार्यरत असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर पर धन की हेराफेरी और वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
उन्होंने लिखा, "ये फंड समाज के सबसे वंचित तबकों के उत्थान और कल्याण के लिए होते हैं। इनका इस तरह से दुरुपयोग करना न सिर्फ कानून के खिलाफ है, बल्कि इससे सरकार और प्रशासन में जनता का भरोसा भी टूटता है।"
कदम ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे इस मामले में स्वतंत्र, निष्पक्ष और समयबद्ध जांच करवाएं, ताकि दोषियों को सजा मिले और गलत तरीके से खर्च की गई राशि की वसूली की जा सके। साथ ही, उन्होंने वित्तीय निगरानी व्यवस्था को और सशक्त करने के लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की भी बात कही।
कदम ने मांग की है कि इस पूरे मामले में जो भी जांच हो और जो कदम उठाए जाएं, उसकी जानकारी सार्वजनिक तौर पर साझा की जाए ताकि जनता का विश्वास दोबारा कायम हो सके।
उन्होंने कहा कि एसटी/एससी समुदायों के कल्याणकारी योजनाओं में घोटाला इन समुदायों के विश्वास के साथ धोखा है। सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसे मामलों पर कठोर कदम उठाकर न्याय, जवाबदेही और समावेशी विकास सुनिश्चित करे।