क्या काबुल पर पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक के बाद टीटीपी का खैबर पख्तूनख्वा में आत्मघाती हमला हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- टीटीपी का खतरनाक आत्मघाती हमला
- पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक की प्रतिक्रिया
- क्षेत्रीय शांति के लिए खतरे का आह्वान
- आतंकवाद के खिलाफ एकीकृत प्रयासों की आवश्यकता
- सुरक्षा बलों की सक्रियता
नई दिल्ली, ११ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी का भारत दौरा पाकिस्तान में बेचैनी का कारण बन गया है। यह स्थिति तालिबान के साथ युद्ध की ओर इशारा कर रही है। पाकिस्तान ने काबुल पर एयर स्ट्राइक की, जिसके तुरंत बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने खैबर पख्तूनख्वा में एक बड़ा आत्मघाती हमला किया।
तालिबान ने खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान जिले में एक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया। यह हमला काबुल पर हुए हवाई हमले का प्रतिशोध माना जा रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, टीटीपी ने इस आत्मघाती हमले में लगभग ५० पुलिसकर्मियों के मारे जाने की आशंका जताई है, जबकि अधिकारियों ने केवल ७ की मौत की पुष्टि की है।
पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में ७ जवान मारे गए और १३ घायल हुए। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आत्मघाती हमले के बाद आतंकियों ने भारी हथियारों के साथ घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने उन्हें मार गिराया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने टीटीपी को चेतावनी देते हुए कहा है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल और कानून प्रवर्तन एजेंसियां आतंकवादी खतरों को समाप्त करने के लिए सटीक अभियान चला रही हैं।
विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि पाकिस्तान को निशाना बनाकर आतंकवादी गतिविधियों के लिए अपनी जमीन का उपयोग न करें।
टीटीपी जैसे समूह क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा हैं। इनके खिलाफ एकीकृत प्रयासों की आवश्यकता है।