क्या पाकिस्तान ने 5.1 तीव्रता के भूकंप के दो झटकों का सामना किया?

सारांश
Key Takeaways
- भूकंप की तीव्रता: 5.1
- केंद्र: रावत से 15 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व
- गहराई: 10 किलोमीटर
- आफ्टरशॉक्स का डर: लोगों में सतर्कता
- जान-माल की हानि: अब तक कोई सूचना नहीं
इस्लामाबाद, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रविवार की सुबह पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सिस्मिक मॉनिटरिंग सेंटर (एनएसएमसी) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता 5.1 दर्ज की गई।
भूकंप का केंद्र रावत से 15 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित था और इसकी गहराई मात्र 10 किलोमीटर थी।
ये झटके शनिवार-रविवार की रात 12:10 बजे महसूस किए गए, जिससे लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए और कलिमा तय्यबा का पाठ करने लगे। भूकंप का प्रभाव खैबर पख्तूनख्वा, इस्लामाबाद, रावलपिंडी और आसपास के कई इलाकों में देखा गया।
झटकों का अनुभव इस्लामाबाद और रावलपिंडी के साथ-साथ मर्दान, मुर्री, हरिपुर, चकवाल, ताला गंग और कलर कहार तक हुआ।
झटकों के बाद, एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, लोग रात भर खुले आसमान के नीचे रहे, क्योंकि उन्हें आफ्टरशॉक्स (भूकंप के बाद के झटके) का भय था।
इससे पहले, शनिवारअफगानिस्तान के हिंदुकुश पर्वत क्षेत्र में था। इसकी गहराई 102 किलोमीटर थी।
एनएसएमसी ने जानकारी दी कि इस भूकंप के झटके पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान के कई हिस्सों में महसूस किए गए।
खैबर पख्तूनख्वा में शनिवार को आए भूकंप के झटके पेशावर, स्वात, मलकंद, नौशेरा, चारसद्दा, करक, दीर, मर्दान, मोहम्मद, शांगला, हंगू, स्वाबी, हरिपुर और एबटाबाद में महसूस किए गए।
इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, अटॉक, टेक्सिला, मुर्री, सियालकोट, गुजरांवाला, गुजरात, शेखुपुरा, फिरोजवाला और मुरिदके में भी ये झटके महसूस किए गए।
अब तक दोनों भूकंपों के कारण किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि की कोई सूचना नहीं मिली है। हालाँकि, लोगों में डर का माहौल बना हुआ है और वे किसी भी संभावित आफ्टरशॉक के प्रति सतर्क हैं।