क्या स्वतंत्रता दिवस समारोह में पंचायत प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी का आभार जताया?

सारांश
Key Takeaways
- 15 अगस्त को विशेष अतिथि के रूप में पंचायत प्रतिनिधियों का बुलाया जाना गर्व की बात है।
- पीएम मोदी ने गांवों में विकास योजनाओं को लागू करने में मदद की है।
- महिलाओं को बाहर निकलकर समाज में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 15 अगस्त को पंचायत प्रतिनिधियों को लाल किले पर आयोजित 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों से आए पंचायत प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बक्खन के प्रधान मिथलेश कुमार ने कहा कि 15 अगस्त के अवसर पर हमें विशेष अतिथि के रूप में बुलाया जाना गर्व की बात है। उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने यहां आने के लिए उत्कृष्ट प्रबंध किए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का हमारे गांव में सभी को लाभ मिला है। हमारी कोशिश अपने गांव को सुंदर और विकसित बनाना है।
जम्मू-कश्मीर की सफीना बेग ने कहा कि मैं बारामूला की जिला विकास समिति की चेयरमैन हूं। मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने हमें विशेष अतिथि के रूप में बुलाया। जब से जम्मू-कश्मीर में पंचायत प्रणाली लागू हुई है, तब से वहां व्यापक बदलाव देखने को मिला है। पीएम मोदी का दृष्टिकोण जम्मू-कश्मीर को आगे बढ़ाना है और इसके लिए वे निरंतर प्रयास कर रहे हैं। हमारे जिले में 402 पंचायतें हैं और हमने कई विकास कार्य किए हैं।
भरत भूषण, जम्मू जिला परिषद के चेयरमैन, ने कहा कि मैं जम्मू की ओर से देशवासियों को 79वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। जो लोग यहां आए हैं, वे सभी पंचायत से जुड़े हुए हैं और 15 अगस्त पर बुलाना एक बड़ा कार्य है। यह केवल पीएम मोदी ही कर सकते हैं।
पंजाब के पटियाला जिले के बलकार सिंह ने कहा कि मैं पिंड गांव का सरपंच हूं और पीएम मोदी द्वारा हमें याद किए जाने पर गर्व महसूस करता हूं।
पंजाब के मोही कलां गांव की सरपंच रणबीर कौर ने कहा कि 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में बुलाया जाना हमारे लिए गर्व की बात है। मैं चाहती हूं कि महिलाएं घर पर न बैठें, बाहर निकलें और दुनिया को जानें।