क्या पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति ने उपराष्ट्रपति से छात्र कल्याण और नवाचार पर चर्चा की?

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क्या पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति ने उपराष्ट्रपति से छात्र कल्याण और नवाचार पर चर्चा की?

सारांश

पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात में छात्र कल्याण और नवाचार पर महत्वपूर्ण चर्चा की। उन्होंने नए पाठ्यक्रमों और अनुसंधान की प्रगति के बारे में जानकारी साझा की। उपराष्ट्रपति ने शिक्षा के मानकों को ऊंचा उठाने के लिए कई निर्देश दिए। जानें इस मुलाकात के प्रमुख बिंदु!

Key Takeaways

  • कुलपति और उपराष्ट्रपति के बीच छात्र कल्याण पर चर्चा।
  • नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत, जैसे एआई और साइबर सिक्योरिटी।
  • सौर ऊर्जा प्लांट का महत्व।
  • छात्र सुविधाओं में सुधार के निर्देश।
  • डिजिटल कैंपस और प्लेसमेंट का लक्ष्य।

नई दिल्ली, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी. प्रकाश बाबू ने गुरुवार को संसद भवन में भारत के उपराष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय के पदेन कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन से औपचारिक मुलाकात की।

उपराष्ट्रपति के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर सीपी राधाकृष्णन और कुलपति प्रो. पी. प्रकाश बाबू की मुलाकात की तस्वीर साझा की गई।

बैठक में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रगति, बुनियादी ढांचा विकास और छात्र-केंद्रित योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। कुलपति ने पावरपॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से शैक्षणिक पाठ्यक्रम, अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र, पूर्व छात्र सहभागिता, प्लेसमेंट और कैंपस में सौर ऊर्जा उत्पादन की जानकारी दी। उपराष्ट्रपति ने संस्थान की रैंकिंग सुधार, समग्र विकास और सामाजिक प्रभाव वाली अनुसंधान को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।

प्रो. बाबू ने बताया कि विश्वविद्यालय ने हाल ही में एआई, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी जैसे उभरते क्षेत्रों में नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। कैंपस में 2 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित हो चुका है, जो 40 प्रतिशत बिजली की जरूरत पूरी करता है। प्लेसमेंट सेल ने 2024-25 में 85 प्रतिशत छात्रों को नौकरी दिलाई, जिसमें औसत पैकेज 7.2 लाख रुपये रहा। पूर्व छात्रों ने 5 करोड़ रुपये का फंड जुटाया, जिससे स्टार्टअप इंक्यूबेशन सेंटर मजबूत हुआ। अनुसंधान में 150 पेटेंट फाइल हुए, जिनमें 32 को मंजूरी मिली।

उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने छात्र कल्याण पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालय केवल डिग्री फैक्ट्री नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण का केंद्र होना चाहिए।"

उन्होंने निर्देशित किया कि छात्र सुविधाएं जैसे हॉस्टल, लाइब्रेरी और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को अपग्रेड करें। लड़कियों के लिए अलग हॉस्टल और 24x7 सुरक्षा सुनिश्चित करें। उद्योग 4.0 की मांग के अनुरूप रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन और क्वांटम कंप्यूटिंग कोर्स शुरू करें। कैंपस को प्लास्टिक-मुक्त बनाएं, वेस्ट मैनेजमेंट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग लागू करें। एससी/एसटी कोटे की सभी सीटें भरें, स्थानीय पांडिचेरी समुदाय को प्राथमिकता दें। ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, साइबर बुलिंग रोकने के लिए काउंसलिंग सेंटर और शिकायत बॉक्स स्थापित करें। साथ ही योग, मेडिटेशन और मेंटरशिप प्रोग्राम अनिवार्य करें।

उपराष्ट्रपति ने रैंकिंग सुधार के लिए एनआईआरएफ में टॉप-50 का लक्ष्य रखा। उन्होंने संबद्ध कॉलेजों की नियमित ऑडिट, फैकल्टी ट्रेनिंग और इंडस्ट्री पार्टनरशिप बढ़ाने को कहा। उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि समाज की समस्याओं का समाधान विश्वविद्यालयों से निकलना चाहिए।

कुलपति ने आश्वासन दिया कि 2026 तक 100 प्रतिशत डिजिटल कैंपस, जीरो ड्रॉपआउट रेट और 90 प्रतिशत प्लेसमेंट का लक्ष्य हासिल किया जाएगा।

Point of View

बल्कि पूरे देश की उच्च शिक्षा की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। उपराष्ट्रपति द्वारा दिए गए निर्देश और सुझाव न केवल छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल करेंगे, बल्कि विश्वविद्यालयों को समाज की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए प्रेरित करेंगे।
NationPress
06/11/2025

Frequently Asked Questions

पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति ने उपराष्ट्रपति से किस विषय पर चर्चा की?
कुलपति ने छात्र कल्याण, शैक्षणिक प्रगति, बुनियादी ढांचा विकास और नवाचार पर चर्चा की।
क्या नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं?
हाँ, विश्वविद्यालय ने एआई, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी में नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं।
उपराष्ट्रपति ने क्या निर्देश दिए?
उपराष्ट्रपति ने छात्र सुविधाओं को अपग्रेड करने और रैंकिंग सुधारने के निर्देश दिए।
कैंपस में सौर ऊर्जा का उपयोग कैसे हो रहा है?
कैंपस में 2 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित है, जो 40 प्रतिशत बिजली की जरूरत पूरी करता है।
कुलपति ने 2026 के लक्ष्य में क्या कहा?
कुलपति ने 2026 तक 100 प्रतिशत डिजिटल कैंपस और 90 प्रतिशत प्लेसमेंट का लक्ष्य रखा है।