क्या पानीपत में कांवड़ यात्रियों की भीड़ के लिए रोडवेज और पुलिस ने विशेष तैयारी की है?

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं।
- हरिद्वार जाने वाले बसों के रूट में बदलाव किया गया है।
- सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं।
- कांवड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी को ध्यान में रखा गया है।
- यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए उपाय किए गए हैं।
पानीपत, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सावन के शुभ महीने में कांवड़ियों की बड़ी संख्या को देखते हुए पानीपत रोडवेज डिपो और पुलिस प्रशासन ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। हरिद्वार जाने वाली बसों के मार्ग में बदलाव के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है, जिससे कांवड़ यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।
पानीपत रोडवेज डिपो के महाप्रबंधक विक्रम कम्बोज ने जानकारी दी कि सावन के महीने में कांवड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार के लिए बसों की संख्या बढ़ाई गई है। पहले 13 रूट संचालित होते थे, अब इन्हें बढ़ाकर 15 कर दिया गया है। पहले की तरह बसें सनौली होते हुए हरिद्वार जाती थीं, लेकिन अब रूट को बदलकर कैराना और देबबंद के रास्ते कर दिया गया है। इस बदलाव से यात्रा की दूरी बढ़ने के कारण किराया लगभग 25 रुपए अधिक लिया जाएगा।
कम्बोज ने बताया कि रोडवेज डिपो ने यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन सुनिश्चित किया है, ताकि कांवड़ियों को किसी तरह की असुविधा न हो। वहीं, पुलिस प्रशासन ने भी कांवड़ यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश वत्स ने बताया कि पानीपत-यूपी बॉर्डर पर सनौली थाने के पास नाकाबंदी कर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है। हर आने-जाने वाले व्यक्ति और वाहन की गहन जांच की जा रही है। इसके अलावा, शहर में शिविर लगाने वालों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने शिविर हाईवे से दूर लगाएं, ताकि यातायात बाधित न हो और जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। साथ ही, सावन के दौरान भारी वाहनों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध रहेगा।
डीएसपी वत्स ने आगे बताया कि सभी थाना प्रभारियों (एसएचओ) को गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि कांवड़ यात्रा के दौरान कोई हुड़दंग न हो। इसके अलावा वाहनों पर लगने वाले डीजे की ऊंचाई को भी नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि शांति भंग न हो।
पुलिस प्रशासन ने कांवड़ियों और स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की है, ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।