क्या पेरिस के लूव्र म्यूजियम में चोरी करने वाले संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- लूव्र म्यूजियम से चोरी की गई रत्नों की कुल कीमत 102 मिलियन डॉलर है।
- दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जो सीन-सेंट-डेनिस से हैं।
- एक संदिग्ध भागने की कोशिश कर रहा था।
- फोरेंसिक विश्लेषण से संदिग्धों की पहचान हुई।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पेरिस, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लूव्र म्यूजियम से कीमती रत्नों की दिनदहाड़े चोरी करने वाले संदिग्धों को पेरिस के निकट गिरफ्तार किया गया है। दोनों का पकड़ा जाना शनिवार को हुआ। पेरिस की प्रॉसिक्यूटर ने रविवार को इस घटना की जानकारी दी। उन में से एक चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट से देश छोड़ने की योजना बना रहा था।
ले पेरिसियन अखबार के अनुसार (जिसने पहली बार यह खबर प्रकाशित की थी), 30 वर्ष के दो व्यक्तियों को शनिवार की शाम को गिरफ्तार किया गया। ये दोनों फ्रांस की राजधानी के सीन-सेंट-डेनिस उपनगर से हैं।
अखबार ने यह भी बताया कि ये लोग फ्रेंच पुलिस के रडार पर थे, और एक संदिग्ध अल्जीरिया जाने वाला था। पेरिस की प्रॉसिक्यूटर लॉरे बेकुआ ने यह नहीं बताया कि कितने लोग गिरफ्तार हुए हैं या उनके बारे में अन्य कोई जानकारी नहीं दी।
एक बयान में, उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि उनकी गिरफ्तारी की जानकारी लीक हो गई।
बेकुआ ने कहा, "इस खुलासे से चोरी हुए रत्नों और सभी अपराधियों की तलाश में जुटे लगभग 100 जांचकर्ताओं की जांच में रुकावट आ सकती है। अभी कोई खास जानकारी देना जल्दबाजी होगी।"
पुलिस सूत्रों के अनुसार, फ्रांस इंटर रेडियो ने बताया कि दोनों पेरिस के सीन-सेंट-डेनिस उपनगर के निवासी थे और घटनास्थल पर छोड़ी गई वस्तुओं के फोरेंसिक विश्लेषण से उनकी पहचान हुई, जिसमें एक हेलमेट और एंगल ग्राइंडर जैसे सामान शामिल थे।
चोर 19 अक्टूबर को लूव्र के संग्रह से लगभग 102 मिलियन डॉलर के आठ कीमती गहने लेकर फरार हो गए थे। उन्होंने दुनिया के सबसे अधिक देखे जाने वाले म्यूजियम के खुलते ही एक क्रेन का उपयोग करके ऊपर की खिड़की तोड़ी और फिर सुरक्षा में सेंध लगाई। इसके बाद वे मोटरसाइकिल पर फरार हो गए थे।
--आईएएनएएस
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