क्या पटियाला पुलिस ने नशा तस्करी गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- पटियाला पुलिस ने पांच नशा तस्करों को गिरफ्तार किया।
- 308 ग्राम नशीला पाउडर बरामद हुआ।
- गिरोह के पास से चार पिस्तौल और गोलियां मिलीं।
- एसपी वरुण शर्मा ने नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की पुष्टि की।
- गिरोह ने नशे से कमाए पैसे से हथियार खरीदने की योजना बनाई थी।
पटियाला, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। त्योहारों के अवसर पर चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान के तहत, पटियाला पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने नशा तस्करी में शामिल एक अंतरजिला गिरोह के पांच सदस्यों को पकड़ा है और उनके पास से 308 ग्राम नशीला पाउडर, चार पिस्तौल, एक देसी कट्टा और 10 गोलियां बरामद की हैं।
पटियाला के वरिष्ठ एसपी वरुण शर्मा ने मंगलवार को प्रेस सम्मेलन के दौरान बताया कि जिले में नशा माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और तेज किया गया है। इसी संदर्भ में, इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह बाजवा (इंचार्ज, सीआईए) और इंस्पेक्टर जसप्रीत सिंह काहल (थाना कोतवाली पटियाला) की टीम ने घलौरी गेट मड़ीयां के पास नाकेबंदी के दौरान एक संदिग्ध स्विफ्ट कार को रोका।
कार की तलाशी लेने पर पुलिस को नशीला पाउडर और अवैध हथियार मिले। पूछताछ में आरोपियों की पहचान विजय कुमार, अजय कुमार उर्फ स्मार्ट (दोनों निवासी गोपाल कॉलोनी पटियाला), जतिन कुमार (रोड़ी कुट मोहल्ला), संदीप सिंह (धोबी घाट मोहल्ला) और रोरन (बड़ा अराई माजरा) के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पटियाला के शैक्षणिक क्षेत्रों और सनोरी अड्डा इलाके में नशे की सप्लाई करते थे। गिरोह का मुख्य सरगना अजय कुमार उर्फ स्मार्ट है, जो अपने साथियों की मदद से बड़ी मात्रा में नशा खरीदकर उसे छोटे स्तर पर बेचने का काम करता था।
जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह ने नशे से कमाए पैसे से हथियार खरीदने की योजना बनाई थी। संदीप सिंह उर्फ सैंडी, जिसके पारिवारिक संबंध उत्तर प्रदेश से हैं, की मदद से हथियार खरीदे गए थे।
पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि आरोपियों के संबंध अमनदीप सिंह उर्फ जट्ट से हैं, जो वर्तमान में जेल में बंद है और गैंगवार गतिविधियों के लिए कुख्यात है। आरोपियों ने बताया कि उन्हें विरोधी गैंग से हमले का डर था, इसलिए वे नशा बेचकर हथियार जुटा रहे थे।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी विजय कुमार के खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत एक मामला दर्ज है। अन्य आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने रिमांड प्राप्त किया है। अधिकारियों का कहना है कि आगे की पूछताछ में महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है।
एसएसपी वरुण शर्मा ने कहा कि यह कार्रवाई जिले में नशा तस्करी और गैंगवार गतिविधियों पर करारा प्रहार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस का अभियान आगे भी सख्ती और तेजी से जारी रहेगा ताकि पटियाला को नशा मुक्त जिला बनाया जा सके।