क्या पटना में बालू कारोबारी की गोली मारकर हत्या हुई?

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क्या पटना में बालू कारोबारी की गोली मारकर हत्या हुई?

सारांश

पटना में एक बालू कारोबारी की हत्या ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर फिर से सवाल उठाए हैं। इस घटना ने न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को चुनौती दी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अपराधी बेखौफ हैं। जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • पटना में बालू कारोबारी की हत्या ने सुरक्षा पर सवाल उठाए।
  • स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
  • यह घटना क्षेत्र में बढ़ते अपराध को दर्शाती है।
  • मृतक के भाई की भी कुछ वर्ष पहले हत्या की गई थी।

पटना, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विपक्ष लगातार कानून-व्यवस्था को लेकर प्रश्न उठाता रहा है। इसी बीच, पटना जिले के रानी तालाब क्षेत्र में अपराधियों ने गुरुवार की शाम को एक बालू कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए।

मृतक की पहचान रामाकांत यादव के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि रामाकांत यादव शाम को अपने घर के बाहर बगीचे में टहल रहे थे, तभी बाइक पर सवार अपराधियों ने उन पर अचानक फायरिंग कर दी।

रामाकांत यादव गोली लगने के बाद जमीन पर गिर पड़े और अपराधी भाग खड़े हुए। गोली की आवाज सुनकर परिवार के सदस्य और स्थानीय लोग तुरंत रामाकांत यादव को नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रामाकांत यादव पिछले कई वर्षों से बालू के कारोबार में सक्रिय थे। यह क्षेत्र हमेशा से बालू के व्यापार के लिए जाना जाता रहा है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस गांव के निवासियों और परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है।

वर्तमान में हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। स्थानीय लोगों का मानना है कि कुछ वर्ष पहले इनके बड़े भाई की भी हत्या की गई थी।

गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में व्यवसायी गोपाल खेमका की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने शूटर और साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है।

Point of View

वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं नागरिकों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। जनता की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

रामाकांत यादव की हत्या के पीछे क्या कारण हो सकते हैं?
हत्याकांड के कारणों का पता अभी नहीं चला है, लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि यह प्रतिशोध का मामला हो सकता है।
क्या पुलिस ने इस मामले में कोई गिरफ्तारी की है?
फिलहाल पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन किसी की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है।
क्या यह घटना पटना में बढ़ते अपराध को दर्शाती है?
जी हां, यह घटना बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है।