क्या पटना गांधी मैदान थाने के एसएचओ पर कर्तव्यहीनता का आरोप सही है?

सारांश
Key Takeaways
- पटना में कानून व्यवस्था पर सवाल
- एसएचओ का निलंबन
- गोपाल खेमका की हत्या का मामला
पटना, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। इसी बीच, पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कर्तव्यहीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू किया है।
पटना के गांधी मैदान थाना प्रभारी (एसएचओ) राजेश कुमार पर गाज गिरी है और उन्हें कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा की सिफारिश पर पटना के पुलिस महानिरीक्षक जीतेंद्र राणा द्वारा की गई है।
कार्तिकेय के. शर्मा ने कहा कि गांधी मैदान थाना प्रभारी राजेश कुमार का कार्य गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था, और अपराध नियंत्रण में उनकी कार्यशैली भी संतोषजनक नहीं थी। उन्होंने यह भी बताया कि हाल की घटनाओं में उनकी सक्रियता कम थी, जिससे यह निर्णय लिया गया। उन्हें पुलिस लाइन में रखा गया है।
शिकायतों की जांच में पाया गया कि उनकी कार्रवाई संतोषजनक नहीं थी। एसएचओ राजेश कुमार पर उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या में लापरवाही बरतने का आरोप भी लगा था। स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर डेढ़ घंटे बाद पहुंची, जिससे अपराधियों को भागने का मौका मिला।
बाद में पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों, शूटर और साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया। जांच अभी जारी है। उल्लेखनीय है कि चार जुलाई को गोपाल खेमका की हत्या पटना में उनके घर के बाहर बाइक सवार हमलावरों द्वारा की गई थी। यह घटना गांधी मैदान इलाके में खेमका के घर के गेट के पास हुई थी। खेमका के पुत्र की भी कुछ साल पहले हत्या की गई थी।