क्या ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर नए आरोप लगाए हैं, और अधिकारों की रक्षा की गुहार लगाई?

सारांश
Key Takeaways
- पवन और ज्योति के बीच विवाद ने व्यक्तिगत संबंधों को प्रभावित किया है।
- ज्योति ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जो समाज में महिलाओं के अधिकारों की चर्चा को बढ़ाते हैं।
- यह मामला अब राजनीतिक मंचों पर भी चर्चा का विषय बन चुका है।
- ज्योति ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई है।
- यह मुद्दा कानूनी पहलुओं से भी जुड़ा हुआ है।
लखनऊ, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच का विवाद अब केवल एक पारिवारिक समस्या नहीं रह गया है। यह मामला तेजी से सार्वजनिक मंचों, सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में फैल चुका है।
हाल ही में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, पवन सिंह ने ज्योति पर आरोप लगाया था कि वह चुनावी राजनीति में ध्यान खींचने के लिए नाटक कर रही हैं।
अब ज्योति ने पवन के आरोपों का कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने रिश्ते को बचाना चाहती थीं और आरोप लगाया कि क्या पवन ने शादी केवल अपने स्वार्थ के लिए की थी। उन्होंने यह भी कहा कि पवन उन्हें जबरन गर्भपात की गोलियां देते थे। ज्योति ने प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी से अपने अधिकारों की रक्षा की गुहार लगाई है।
ज्योति ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं 5 अक्टूबर को पवन से मिलने उनके घर गई थी, लेकिन गार्ड ने मुझे ऊपर जाने से मना कर दिया। फिर पुलिस आई और मुझे थाने ले जाने की कोशिश की, जिसका मैंने वीडियो भी बनाया है। पवन और उनके भाई ऋतिक के बयान एक-दूसरे से भिन्न हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पवन ने इस मामले को चुनाव से जोड़ने की कोशिश की, जो कि गलत है। मैं तो उनसे संबंध सुधारने के लिए गई थी। अगर पवन मुझसे कहेंगे, तो मैं अपने परिवार को छोड़कर उनके साथ रह सकती हूं। पवन बच्चा चाहने की बात कर रहे हैं, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगी कि अगर उन्हें बच्चा चाहिए होता, तो वह मुझे दवा नहीं देते। उन्होंने मुझे गर्भपात की दवा दी थी, जिससे मुझे स्लीपिंग पिल लेनी पड़ी और पवन के परिवार ने मुझे अस्पताल तक पहुंचाया।”
ज्योति ने यह भी सवाल उठाया कि, “जब पवन ने मुझे लोकसभा चुनाव में बुलाया, क्या उस समय हमारा मामला कोर्ट में नहीं था? जब पवन ने मेरी मांग में सिंदूर भरा, क्या तब हमारा मामला कोर्ट में नहीं था?”