क्या पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने सीएम योगी से इंसाफ की गुहार लगाई?

सारांश
Key Takeaways
- ज्योति सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की मांग की है।
- पुलिस के व्यवहार पर गंभीर आरोप लगे हैं।
- यह मामला केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक है।
मुंबई, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच का विवाद अब केवल एक पारिवारिक मामला नहीं रह गया है। यह मामला अब सार्वजनिक मंचों, सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है। बुधवार को ज्योति सिंह ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की अपील की है। इस पोस्ट के माध्यम से उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और अपने साथ हुए व्यवहार को लेकर सीधा सवाल उठाया।
इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस को जन्म दिया है, जहां लोगों की सहानुभूति और नाराजगी दोनों देखने को मिल रही हैं।
ज्योति सिंह ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में वह थाने में बार-बार बुलाए जाने की वजह से मानसिक रूप से परेशान नजर आ रही हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार, खासकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए लिखा कि उन्हें न्याय की उम्मीद सिर्फ उनसे ही है क्योंकि पूरा देश उन्हें न्यायप्रिय नेता के रूप में देखता है।
ज्योति सिंह ने लिखा, "माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, सादर नमस्कार। आपको न्याय और इंसाफ के लिए पूरे उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में जाना जाता है। ५ अक्टूबर को मेरे साथ आपकी सरकार की पुलिस, विशेषकर थाना सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ के एसएचओ उपेन्द्र सिंह द्वारा जिस प्रकार का अभद्र और अपमानजनक व्यवहार हुआ, उसने मुझे गहराई से आहत किया है। एक पीड़ित महिला के साथ इस तरह की बदसलूकी यह दर्शाती है कि कुछ अधिकारी जनसेवक होने के बावजूद जनता के साथ किस तरह का व्यवहार करते हैं।"
अपने कैप्शन में ज्योति सिंह ने आगे कहा कि सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे नारे देती है, जबकि दूसरी ओर पुलिस जैसे संस्थान ही महिलाओं को अपमानित कर रहे हैं।
उन्होंने अपने पोस्ट में खुद को बलिया की बेटी बताते हुए भावनात्मक अंदाज में सवाल उठाया और लिखा, "मैं उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बेटी होने के नाते आपसे यह पूछना चाहती हूं कि क्या आज एक पत्नी अपने पति से मिलने जाए, तो उस पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है?"
उन्होंने मुख्यमंत्री से आगे मांग की और कहा, "यह सिर्फ मेरा सवाल नहीं है, यह मेरे जैसी सभी पीड़ित महिलाओं का सवाल है। मुख्यमंत्री जी, ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी पुलिस अधिकारी इस प्रकार की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।"