क्या पहलगाम हमले में सुरक्षा एजेंसियों ने गहन कार्रवाई कर देश का मान बढ़ाया? : अमित शाह

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क्या पहलगाम हमले में सुरक्षा एजेंसियों ने गहन कार्रवाई कर देश का मान बढ़ाया? : अमित शाह

सारांश

क्या पहलगाम हमले में सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई ने देश का मान बढ़ाया? केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि की। जानिए इस सम्मेलन में क्या महत्वपूर्ण बातें हुईं और किस प्रकार भारत की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है।

Key Takeaways

  • जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि
  • सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने का संकल्प
  • एटीएस संरचना की शीघ्रता से कार्यान्वयन की आवश्यकता
  • ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव की सफलता
  • आतंकवाद के प्रति सतर्कता रखने की आवश्यकता

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस के सख्त निर्देशों के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का 5वां आतंकवाद-विरोधी सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में एनआईए ने भारत की आतंकवाद-विरोधी क्षमता को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। केंद्र सरकार ने सम्मेलन में आतंकवाद के किसी भी प्रकार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को पुनः दोहराया और देश के आतंकवाद-विरोधी तंत्र को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में राज्यों को भारत की आतंकवाद विरोधी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए एक समान आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ढांचे को शीघ्रता से लागू करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में मजबूत, एकसमान और सुसंगत परिचालन क्षमता के बिना हम खुफिया जानकारी का उचित उपयोग और प्रभावी समन्वित जवाबी कार्रवाई सुनिश्चित नहीं कर सकते।

अमित शाह ने पहलगाम और दिल्ली के लाल किले पर हुए आतंकी हमलों में विभिन्न एजेंसियों और राज्य पुलिस बलों की सफल कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में इन एजेंसियों की गहन कार्रवाई ने देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने इस जघन्य हमले में शामिल तीनों आतंकवादियों को सफलतापूर्वक ट्रैक करके मार गिराने का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पहली आतंकी घटना है जिसमें हमने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से आतंकी कृत्य की योजना बनाने वालों को सजा दी और 'ऑपरेशन महादेव' के जरिए हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को समाप्त किया।

उन्होंने इस दोहरी कार्रवाई को पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगनाओं के खिलाफ भारत सरकार, भारत के सुरक्षा बलों और भारत की जनता की ओर से एक मजबूत और निर्णायक जवाब बताया।

अमित शाह ने बदलती प्रौद्योगिकी और आतंकी परिदृश्य की ओर इशारा करते हुए केंद्र और राज्यों की सभी एजेंसियों से साइबर युद्ध, हाइब्रिड युद्ध के प्रति सतर्कता, बहु-सुरक्षा स्तर और खुफिया जानकारी के निर्बाध प्रवाह जैसे अंतरराष्ट्रीय आयामों पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।

केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने कहा कि यह भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को रेखांकित करने का एक साधन है, चाहे वह सीमा पार आतंकवाद हो, मादक पदार्थों से संबंधित आतंकवाद हो या साइबर आतंकवाद।

उन्होंने देश के सामने मौजूद विभिन्न खतरों, विशेष रूप से कट्टरता, भर्ती और कमजोर युवाओं के शोषण से उत्पन्न होने वाले खतरों के प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता पर जोर दिया।

Point of View

NationPress
28/12/2025

Frequently Asked Questions

पहलगाम हमले में क्या हुआ?
पहलगाम में एक आतंकी हमला हुआ था जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने तेज कार्रवाई की।
अमित शाह ने सम्मेलन में क्या कहा?
उन्होंने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि की।
क्या भारत की आतंकवाद-विरोधी क्षमता में सुधार हो रहा है?
जी हां, एनआईए सम्मेलन में इस बात पर ध्यान दिया गया कि भारत की आतंकवाद-विरोधी क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है।
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