क्या पीयूष गोयल ने वधावन पोर्ट प्रोजेक्ट पर बैठक करके रोजगार के अवसरों का वादा किया?

सारांश
Key Takeaways
- प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान समय सीमा का ध्यान रखा गया।
- रोजगार के अवसरों का निर्माण होगा।
- वधावन बंदरगाह वैश्विक व्यापार में बढ़ावा देगा।
- बैठक में कई सरकारी पहलों पर चर्चा की गई।
- उपराष्ट्रपति ने सभी विभागों में समन्वय का महत्व बताया।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अन्य मंत्रियों के साथ मिलकर वधावन पोर्ट प्रोजेक्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक की और इस प्रोजेक्ट के सभी पहलुओं की गहन समीक्षा की। इस बारे में पीयूष गोयल ने स्वयं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ मिलकर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के साथ इस प्रोजेक्ट पर चर्चा की गई।
उन्होंने आगे कहा कि हमने परियोजना की समय सीमा का पालन सुनिश्चित करने के लिए इसके विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। वधावन बंदरगाह रोजगार के अवसर उत्पन्न करने और वैश्विक समुद्री व्यापार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है।
इससे पहले, पीयूष गोयल ने मंगलवार को संसद भवन में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की।
बैठक के दौरान, उपराष्ट्रपति को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की प्रमुख पहलों और गतिविधियों के बारे में अवगत कराया गया। चर्चा में विनिर्माण और विदेशी व्यापार की वर्तमान स्थिति, व्यावसायिक संचालन को सरल बनाने और भारत को वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी पहलों पर भी बात की गई।
जिन पहलों पर चर्चा की गई उनमें मेक इन इंडिया, पीएलआई योजना, पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान, स्टार्ट-अप इंडिया, राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन, एफटीए, एक जिला एक उत्पाद, औद्योगिक गलियारे, एसईजेड और बौद्धिक संपदा अधिकारों का संरक्षण शामिल थे।
उपराष्ट्रपति ने भारत को विनिर्माण और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाने में मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की और नए बाजारों में प्रवेश के लिए उनके प्रयासों की भी प्रशंसा की। उन्होंने विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सभी विभागों में समन्वित कार्रवाई के महत्व पर जोर दिया।