क्या पीयूष गोयल ने यूके के ट्रेड मिनिस्टर से मुलाकात कर फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- भारत-ब्रिटेन सीईटीए का कार्यान्वयन महत्वपूर्ण है।
- 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य।
- संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति (जेईटीसीओ) का पुनर्गठन।
- उन्नत विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान।
- 1 अरब डॉलर का निवेश जो भारत की विनिर्माण क्षमता को बढ़ाएगा।
मुंबई, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यहां ब्रिटेन के व्यापार मंत्री पीटर काइल से मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते (सीईटीए) को लागू करने की दिशा में प्रगति करना और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करना है।
काइल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की दो दिवसीय आधिकारिक भारत यात्रा के तहत व्यापार प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में भारत आए हैं।
मंत्रालय के बयान के अनुसार, "यह बैठक भारत-ब्रिटेन सीईटीए के क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें दोनों मंत्रियों ने इसके कार्यान्वयन और निगरानी के लिए संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति (जेईटीसीओ) को पुनर्गठित करने पर सहमति व्यक्त की।"
एक्स पर एक पोस्ट में गोयल ने कहा कि काइल से मिलकर उन्हें खुशी हुई और उन्होंने भारत-ब्रिटेन आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दोहराया।
मंत्री ने कहा, "हमारी चर्चा हमारे ऐतिहासिक व्यापार समझौते के कार्यान्वयन में तेजी लाने और भारत-ब्रिटेन संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति (जेईटीसीओ) के माध्यम से इसके लाभों को प्राप्त करने पर केंद्रित थी। हम महत्वाकांक्षा को उपलब्धि में बदलने, विकास को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन और दोनों पक्षों के बीच संबंधों को गहरा करने के अपने संकल्प पर अडिग हैं।"
गोयल ने भारत-ब्रिटेन साझेदारी की आधारशिला, उन्नत विनिर्माण पर एक प्रभावशाली सत्र की सह-अध्यक्षता भी की।
गोयल ने कहा, "एआई से लेकर एयरोस्पेस तक, ऑटोमोटिव से लेकर सेमीकंडक्टर तक, हम भारत-यूके एफटीए को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
उन्होंने भारत की विनिर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए एली लिली द्वारा किए गए 1 अरब डॉलर के निवेश का भी स्वागत किया।