क्या प्रधानमंत्री मोदी ने दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन से हुई मौतों पर दुख जताया?

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क्या प्रधानमंत्री मोदी ने दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन से हुई मौतों पर दुख जताया?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुई जनहानि पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से मदद का आश्वासन दिया है। जानें क्या हो रही है इस संकट के बीच।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुःख जताया
  • केंद्र सरकार प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करेगी
  • बंगाल सरकार से राहत कार्य में तेजी लाने की अपील की गई
  • भूस्खलन से कई लोग प्रभावित हुए हैं
  • संकट में लोगों की सुरक्षा और कल्याण सर्वोपरि है

नई दिल्ली/कोलकाता, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुई भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार प्रभावित व्यक्तियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को सोशल मीडिया पर लिखा, "दार्जिलिंग में पुल दुर्घटना में हुई जान-माल की हानि से मुझे बहुत दुख हुआ है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।"

उन्होंने आगे कहा, "भारी बारिश और भूस्खलन के चलते दार्जिलिंग और उसके आस-पास के क्षेत्रों की स्थिति पर हम गहन नजर रख रहे हैं। हम प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

इससे पहले, पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने बंगाल सरकार से राहत कार्य में तेजी लाने और प्रभावित लोगों तक शीघ्र सहायता पहुंचाने का अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल में लगातार भारी बारिश के कारण दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कुर्सियांग के पहाड़ी इलाके गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। भूस्खलन और बाढ़ के चलते सिलीगुड़ी, तराई और डुआर्स के मैदानी क्षेत्रों से संचार और परिवहन संपर्क लगभग पूरी तरह बाधित हो गया है।

सुवेंदु अधिकारी ने बताया कि हजारों लोग फंसे हुए हैं और आवश्यक आपूर्ति व सेवाओं के अभाव में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। हताहतों की भी खबरें आ रही हैं, जिनकी विस्तृत जानकारी अभी तक नहीं मिली है।

उन्होंने कहा, "मैं पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से अपील करता हूँ कि वे तुरंत संसाधन जुटाएं और इन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क की शीघ्र बहाली के लिए पर्याप्त इंतजाम करें। इसके अलावा, संकट में पड़े लोगों की मदद के लिए खाद्य सामग्री, पानी, दवाइयां और अस्थायी आश्रय प्रदान करने की प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि इस संकट को और बढ़ने से रोका जा सके। उत्तर बंगाल में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण सर्वोपरि होना चाहिए।"

दार्जिलिंग से भाजपा सांसद राजू बिस्ता ने कहा कि कई क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश के कारण हुए नुकसान के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने बताया कि जान-माल का नुकसान हुआ है और बुनियादी ढांचे को भी क्षति पहुंची है।

भाजपा सांसद ने कहा कि वे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से प्रभावित लोगों की सहायता करने की अपील भी की।

Point of View

यह स्पष्ट है कि प्राकृतिक आपदाएँ हम सभी को प्रभावित करती हैं। दार्जिलिंग में हुई इस घटना ने देश को एक बार फिर से इस बात की याद दिलाई है कि हमें आपदा प्रबंधन में और अधिक सक्षम बनना होगा। सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन स्थानीय समुदायों की सहभागिता भी अनिवार्य है।
NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

दार्जिलिंग में क्या हुआ?
दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जनहानि हुई है।
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मदद का आश्वासन दिया है।
भाजपा विधायक ने क्या मांग की?
सुवेंदु अधिकारी ने राहत कार्य में तेजी लाने की मांग की है।
क्या प्रभावित लोग फंसे हुए हैं?
जी हां, हजारों लोग फंसे हुए हैं और आवश्यक सेवाओं के अभाव में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
सरकार क्या कदम उठा रही है?
सरकार प्रभावित लोगों की सहायता के लिए संसाधनों का प्रबंधन कर रही है।