क्या पीएम मोदी की इथियोपिया यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे? : भारतीय राजदूत अनिल राय

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क्या पीएम मोदी की इथियोपिया यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे? : भारतीय राजदूत अनिल राय

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इथियोपिया यात्रा, दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय राजदूत अनिल राय ने इस यात्रा की अहमियत और दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।

Key Takeaways

  • पीएम मोदी की यात्रा से भारत और इथियोपिया के संबंधों में मजबूती आएगी।
  • 2,000 से अधिक इथियोपियाई छात्र भारत में अध्ययन कर रहे हैं।
  • मुक्त व्यापार समझौता व्यापार में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अंतरराष्ट्रीय दौरे के अंतिम चरण में ओमान के लिए रवाना हुए हैं। ओमान से पहले, पीएम मोदी ने इथियोपिया में दो दिवसीय यात्रा की, जहाँ उन्हें सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया। इस यात्रा पर भारत के राजदूत अनिल कुमार राय ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत की।

अनिल कुमार राय ने कहा, "शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में भारत और इथियोपिया का सहयोग स्थायी है। वर्तमान में, 2,000 से अधिक इथियोपियाई छात्र भारत में अपनी अंडरग्रेजुएट या पीएचडी की पढ़ाई कर रहे हैं, और हर साल, शॉर्ट-टर्म कोर्स के माध्यम से क्षमता निर्माण के लिए 400 से अधिक छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाती हैं।"

अनिल कुमार राय ने आगे कहा, "दोनों देशों के बीच संबंधों को और भी सशक्त बनाना आवश्यक है, क्योंकि हमने इसे एक रणनीतिक साझेदारी में विस्तार देने का निर्णय लिया है। इसका मतलब है कि हमें और करीब से काम करना है, आपसी विश्वास स्थापित करना है और ठोस परिणाम प्रदान करने हैं। इस साझेदारी में राजनीतिक परामर्श, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा, आर्थिक सहयोग, और सह-उत्पादन शामिल होंगे।"

वहीं, पीएम मोदी के ओमान आगमन पर ऊनो मिंडा लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष निर्मल के. मिंडा ने कहा, "मैं इसे बेहद सकारात्मक दृष्टिकोण से देखता हूं। ओमानी कंपनियों से भारत में निवेश में वृद्धि होनी चाहिए, और भारत से ओमान में भी निवेश बढ़ना चाहिए। यह ऊर्जा, पेट्रोलियम, पर्यटन और कुछ हद तक मैन्युफैक्चरिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में एक विशाल अवसर है।"

भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौते की चर्चा लंबे समय से चल रही है। इस पर निर्मल के मिंडा ने कहा, "मुक्त व्यापार समझौते के साथ, शुल्क संरचना शून्य है, और व्यापार करना आसान होगा। मुझे लगता है कि समझौते के साथ कई लाभ होंगे और दोनों देशों के बीच व्यापार में हर साल 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि होनी चाहिए।"

अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड की संयुक्त एमडी संगीता रेड्डी ने कहा, "मुझे लगता है कि दोनों देशों के बीच एक जबरदस्त तालमेल है, कई वर्षों से अच्छे रिश्ते हैं, और हमारे वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और प्रधानमंत्री के दौरे से रिश्ते और मजबूत होंगे।"

मुक्त व्यापार समझौते के संदर्भ में उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ओमान उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उनके पास खरीदने की शक्ति है। उनके उपभोक्ता स्पष्ट रूप से अधिक से अधिक उत्पाद चाहते हैं। भारत इन उत्पादों को उपलब्ध कराने के लिए सक्षम है, और हम देशों के तालमेल और दोनों देशों के आगे के विकास की उम्मीद करते हैं।"

अलिज फूड्स एलएलसी के चेयरमैन इंजी सालेह मोहम्मद अलशानफारी ने कहा, "यह दौरा एक लंबे रिश्ते के लिए एक और मील का पत्थर है, जो अर्थव्यवस्था और संस्कृति तक फैला हुआ है। ओमान और भारत को एक-दूसरे को देने के लिए बहुत कुछ है। मुझे लगता है कि अगर हम आपसी समझौते और स्पष्ट एजेंडा के साथ आमने-सामने बातचीत के जरिए समझते हैं, तो हमें साथ मिलकर करने के लिए बहुत कुछ है।"

Point of View

जो आने वाले समय में रोजगार, शिक्षा और आर्थिक विकास में सहायक साबित होगा।
NationPress
17/12/2025

Frequently Asked Questions

पीएम मोदी की इथियोपिया यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या था?
पीएम मोदी की इथियोपिया यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और इथियोपिया के बीच संबंधों को मजबूत करना और दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसरों की खोज करना था।
भारत और इथियोपिया के बीच कौन से क्षेत्र में सहयोग हो रहा है?
भारत और इथियोपिया के बीच शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग हो रहा है, जिसमें हजारों इथियोपियाई छात्र भारत में अध्ययन कर रहे हैं।
मुक्त व्यापार समझौते का क्या महत्व है?
मुक्त व्यापार समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार में आसानी और वृद्धि लाने में मदद करेगा, जिससे दोनों अर्थव्यवस्थाओं को लाभ होगा।
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