क्या पीएम मोदी का बिहार में आना खुशी की बात है?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का आगमन बिहार में महत्वपूर्ण है।
- राजनीतिक स्थिति में बदलाव की संभावना है।
- जनता को विकास कार्यों की जानकारी होनी चाहिए।
- हर युवा को रोजगार देने का सरकार का लक्ष्य है।
- एनडीए की जीत की उम्मीद है।
पटना, ३० अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार आगमन पर परसा विधानसभा से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उम्मीदवार छोटे लाल राय ने अपनी खुशी व्यक्त की।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में ना केवल प्रदेश, बल्कि देश के लोगों को भी जानकारी होनी चाहिए। इस स्थिति में प्रधानमंत्री मोदी का हमारे बीच होना किसी शुभ संकेत से कम नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि कई बार कुछ लोग प्रधानमंत्री मोदी की बातों को सुनकर भटक जाते हैं। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि ऐसे लोग भी प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से सुनें और वर्तमान स्थिति को समझने का प्रयास करें। मुझे पूरा विश्वास है कि बिहार की जनता मेरी इस अपील को गंभीरता से लेगी।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिससे आज लोग उन पर विश्वास कर रहे हैं। आज प्रधानमंत्री का नाम न केवल भारत में, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी जाना जाता है। लोगों में प्रधानमंत्री की बातों को सुनने का एक अलग उत्साह देखा जा रहा है।
जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी ने कहा कि आज की स्थिति को देखें, २० साल पहले के बिहार की तुलना करें। पहले की स्थिति और आज की स्थिति में स्पष्ट परिवर्तन है। बिहार में हुए विकास कार्यों का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाना चाहिए।
बनियापुर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी धीरज कुमार सिंह ने भी प्रधानमंत्री मोदी के बिहार आगमन पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन से राजनीतिक हवा में बदलाव आ जाएगा। प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पूरी तरह से हमारे पक्ष में है। हमारा एकमात्र उद्देश्य देश को विकसित करना है और इस यात्रा में बिहार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
भाजपा विधायक जनक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन से बिहार में माहौल राममय होने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस बार एनडीए प्रचंड बहुमत से जीतने जा रहा है। इतने वर्षों तक राजद का शासन बिहार में रहा, लेकिन उन्होंने विकास के लिए कुछ नहीं किया और बिहार को बर्बाद कर दिया।
उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी यादव ने विधानसभा सत्र में उनके लिए अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया। उल्टे, वह उन पर झूठे आरोप लगाते हैं। मैं उन्हें कहता हूँ कि अगर वे साक्ष्य प्रस्तुत कर दें कि मैंने उनके माता-पिता को गाली दी है, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। इन स्थितियों को देखते हुए मैं कहता हूँ कि ये लोग झूठ की खेती करते हैं और बिहार को बर्बाद कर दिया, जिसे सुधारने में हमें २० साल लग गए। इस बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की जीत निश्चित है।
जनक सिंह ने आगे कहा, "पिछले २० सालों में हमारी सरकार ने अंतिम पंक्ति तक विकास पहुँचाने का कार्य किया है। अब हमारा अगला लक्ष्य बुनियादी ढांचे को साकार करना है। प्रदेश के हर व्यक्ति तक विकास पहुँचाना है। इस बार हमारा प्लान हर कोने में उद्योग का जाल बिछाना है, ताकि हर युवा को रोजगार मिल सके।"