क्या पीएम मोदी की मानव सेवा ने कच्छ पुनर्निर्माण और ऑपरेशन गंगा को सफल बनाया?

सारांश
Key Takeaways
- कच्छ का पुनर्निर्माण 2001 में भूकंप के बाद हुआ।
- ऑपरेशन गंगा ने 18 हजार भारतीयों को सुरक्षित लौटाया।
- नरेंद्र मोदी की मानवता की सेवा उनके नेतृत्व का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- कच्छ अब उद्योग, व्यापार, और पर्यटन का एक मुख्य केंद्र है।
- कच्छ के विकास में सामाजिक कार्यकर्ताओं का योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
कच्छ, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनीतिक सफर में हमेशा मानवता की सेवा और जनकल्याण को प्राथमिकता दी है। वर्ष 2001 में गुजरात के कच्छ में आये भयानक भूकंप ने सम्पूर्ण क्षेत्र को तबाह कर दिया था, और हर ओर बर्बादी के निशान देखे जा सकते थे।
तब, जब नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला, उन्होंने कच्छ के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया और वहां के जनजीवन को सामान्य करने के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने तबाह इन्फ्रास्ट्रक्चर और उद्योगों को फिर से स्थापित करने में अपनी पूरी ऊर्जा लगा दी।
सामाजिक कार्यकर्ता भरतभाई संघवी का कहना है कि मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की कच्छ के विकास के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का परिणाम है कि आज कच्छ देश के सबसे तेजी से विकासशील जिलों में से एक बना है। यह क्षेत्र अब उद्योग, व्यापार, कृषि और पर्यटन का एक समृद्ध केंद्र बन चुका है।
पूर्व सूचना आयुक्त उदय माहूरकर ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला, तब भी उन्होंने अपने नागरिकों की सुरक्षा और सेवा को प्राथमिकता दी। पूरी दुनिया ने देखा कि यूक्रेन पर रूस'ऑपरेशन गंगा' के माध्यम से यूक्रेन में फंसे लगभग 18 हजार भारतीय नागरिकों और छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की।
यूक्रेन से अहमदाबाद लौटी मेडिकल छात्रा भार्गवी पटेल ने कहा कि कच्छ के पुनर्निर्माण और वहां के नागरिकों के जीवन को समृद्ध बनाने के प्रयासों के साथ-साथ विदेश में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए चलाए गए अभियानों ने यह दर्शाया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी हर भूमिका में देश और देशवासियों के हित को सबसे ऊँचा रखा है।